Tehreek-e-Hurriyat bans: गृह मंत्रालय का पदभार संभालने के बाद से ही अमित शाह की तीखी नज़र लगातार आतंकवाद और आतंकियों पर बनी रहती है. कश्मीर से धरा 370 के हटाने के बाद अब सरकार धीरे-धीरे करके वहां आतंकवादियों को पनाह देने वाली सभी संगठनों का भी सफाया करने लगी है. इस कड़ी में सरकार द्वारा सबसे पहले मुस्लिम लीग पर बैन लगाया गया था और अब गृह मंत्रालय द्वारा तहरीक-ए-हुर्रियत यानी TeH पर भी बैन लगा दिया गया है.
नए साल पर जामु-कश्मीर को मिला तोहफा
साल के आखिरी दिन गृह मंत्री अमित साह द्वारा जम्मू-कश्मीर को एक बड़ा तोहफा दिया गया है. असल में गृह मंत्रालय द्वारा तहरीक-ए-हुर्रियत पर बैन लगा दिया गया है. आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग करने और इस्लामिक शासन को स्थाप[आईटी करने की विचारधारा को प्रतिपादित करने के आरोप में इस पर बैन लगाया गया है. TeH पर यह भी आरोप लगाया गया है कि यह जम्मू-कश्मीर में बढ़ावा देती है, देश के विरोध में लोगों को उकसाती है, आतंकवादी गतिविधिया जारी रखने में सहायता करती है. यही कारण है की इसपर बैन लगा दिया गया है.
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गृह मंत्री ने दी जानकारी
आपको बता दें कि इसकी सुचना स्वयं गृह मंत्री शाह ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से दिया. जहाँ उन्होंने लिखा “’तहरीक-ए-हुर्रियत, जम्मू-कश्मीर (TeH) को यूएपीए के तहत एक ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित किया गया है।यह संगठन जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग करने और इस्लामिक शासन स्थापित करने की निषिद्ध गतिविधियों में शामिल है। यह समूह जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए भारत विरोधी प्रचार फैला रहा है और आतंकवादी गतिविधियां जारी रख रहा है।पीएम मोदी जी द्वारा आतंकवाद के खिलाफ जी की जीरो-टॉलरेंस नीति के तहत, भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन को तुरंत विफल कर दिया जाएगा।”
क्या है UAPA?
आपको बता दें कि तहरीक-ए-हुर्रियत पर यह बैन UAPA (Unlawful Activities (Prevention) Act) के तहत लगाया गया है. जिसका काम ऐसे लोगो या संघ को चिन्हित करना है, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल होतें हैं, इसके लिए लोगों को तैयार करते हैं या फिर ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं.
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