विश्व संगीत दिवस 2024: आखिर किस मजबूरी के चलते रामचन्द्र को छोड़ अकबर के दरबार पहुंचे तानसेन!
विधिना यह जिय जानि के शेषहि दिये न कान।धरा मेरू सब डोलि हैं, सुनि तानसेन की तान।। अर्थात- "ब्रह्मा ने यह जानकर ही शेषनाग को कान नहीं दिए क्योंकि तानसेन... Read More