खुद की ज़िंदगी ग़मों से भरी थी पर हमारी ज़िंदगी को खुशियों से भरने के लिए वो हंसाती रही गुनगुनाती रहीं
न्याजिया बेग़म Uma devi death anniversary: खुद की ज़िंदगी ग़मों से भरी थी पर हमारी ज़िंदगी को खुशियों से भरने के लिए वो हंसाती रही गुनगुनाती रहीं, अपने मां बाप... Read More