(उदासियों ने मेरी आत्मा को घेरा हैरू-पहली चाँदनी है और घुप अंधेरा है कहीं कहीं कोई तारा कहीं कहीं जुगनूजो मेरी रात थी वो आप का सवेरा है क़दम क़दम... Read More