रंग पर्व: प्रेम और उल्लास की पराकाष्ठा का विजय नाद! FT. जयराम शुक्ल

Holi 2025 Jayram Shukla | होली और फाग ऐसा उत्सव है जिसमें सप्तरंग मिले हैं। इन रंगों में वियोग की करुणा, संयोग का हर्ष, पराक्रम का गान, अभिव्यक्ति की पराकाष्ठा,... Read More

विंध्य से गहरा नाता रखते थे ‘बीरबल’ FT. जयराम शुक्ल

Birbal Story In Hindi | बीरबल 25 फरवरी 1583 को जलालुद्दीन अकबर की ओर से एक युद्ध का नेतृत्व करते हुए वे रणक्षेत्र में ही खेत रहे।-तो चलिए जानते हैं... Read More

पुनर्वालोकन: तानसेन किस मजबूरी के चलते रामचन्द्र को छोड़ अकबर के पास गए! FT. जयराम शुक्ल

विधिना यह जिय जानि के शेषहि दिये न कान,धरा मेरू सब डोलि हैं, सुनि तानसेन की तान। अर्थात- "ब्रह्मा ने यह जानकर ही शेषनाग को कान नहीं दिए क्योंकि तानसेन... Read More

क्योंकि..डर के आगे जीत है! FT. जयराम शुक्ल

Author: Jayram Shukla | कई विज्ञापनों के स्लोगन बड़े प्रेरक होते हैं। बैद्धिक लोग प्रायः इन्हें बाजारू समझकर अपने विमर्श से दूर ही रखते हैं, जबकि एक पंक्ति के कुछ... Read More

लोहिया की नसीहत; लोकतंत्र में विपक्ष का मतलब विरोधी नहीं ~ जयराम शुक्ल

Author: Jayram Shukla | डाक्टर राममनोहर लोहिया के व्यक्तित्व के इतने आयाम हैं जिनका कोई पारावार नहीं। उनसे जुडा़ एक प्रसंग प्राख्यात समाजवादी विचारक जगदीश जोशी ने बताया था, जो... Read More

निरा’आधार’ जिन्दगी का ग्रोथ रेट.. साँच कहै ता..जयराम शुक्ल

लेख : जयराम शुक्ल | आज से कोई बारह-चौदह साल पहले जब यूपीए सरकार ने यूनिक आईडी की अवधारणा दी थी तब स्तंभकार व मैनेजमेंट गुरू रघुरामन ने इसकी बड़ी... Read More

मेरे सपनों के भारत में वर्णाश्रम और जातिपाँति :-महात्मा गांधी

लेखक: वरिष्ठ पत्रकार जयराम शुक्ल | जाति जनगणना के वितंड़ावाद और सिरफिरी बहस के बीच महात्मा गांधी का यह लेख और भी प्रासंगिक हो जाता है जो उन्होंने 'साप्ताहिक हरिजन'... Read More

पहले इस ओढी हुई गुलामी को तो फेंकिए: जयराम शुक्ल

लेखक: वरिष्ठ पत्रकार जयराम शुक्ल | एक मित्र ने सवाल उठाया- जब फोर्ब्स और ट्रान्सपेरेसी इन्टरनेशनल आपको दुनियाभर में भ्रष्टतम बताती हैं तो आपको बुरा लगता है लेकिन ऐसी ही... Read More

‘फिर भी जलती रहेगी लोहिया के विचारों की मशाल’ जयराम शुक्ल

राजनीति ऐसा तिलस्म है कभी सपनों को यथार्थ में बदल देता है तो कभी यथार्थ को काँच की तरह चूर-चूर कर देता है। काँग्रेस मुक्त भारत की सोच डाक्टर राममनोहर... Read More