न्याज़िया मंथन। वक़्त का तकाज़ा देखकर ही चलना चाहिए जब जो वक़्त कहे वो करना […]
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क्या हर बार सम्मान की इच्छा सही है!
न्याज़िया मंथन। जब हम कुछ अच्छा काम करते हैं तो दिल में ही सही पर […]
आप को नहीं लगता ,आज की दुनिया में हर शख़्स परेशान सा है!
न्याज़िया मंथन। सब कुछ होते हुए भी हम जीवन का आनंद नहीं ले पाते कभी […]
ज़िंदगी क्या सच में एक पहेली है!
न्याज़िया मंथन। ज़िंदगी क्या सच में एक पहेली है जिसका जवाब ढूंढना बहुत मुश्किल है,जैसे […]
क्यों हमें दुनिया अच्छी नहीं लगती
मंथन। आपको नहीं लगता ये दुनिया बहुत खूबसूरत है बस हमारे पास इसे देखने का […]
हम क्या कर सकते हैं ?हमें तो कुछ नहीं आता !
न्याज़ियामंथन। अक्सर जब हम बेवक़्त या मजबूरी के चलते काम की तलाश में निकलते हैं […]
सब कुछ सबके नसीब में नहीं होता…
न्याज़ियामंथन। बहुत बार दिल नहीं मानता कि हर चीज़ हमें नहीं मिल सकती, हमारी कोशिशें […]
क्या आप अपनी आजीविका से खुश हैं ?
न्याज़ियामंथन। जी हां आपका वो काम जिससे आपका जीवन यापन होता है रोज़ी , रोटी […]
क्या ज़िंदगी से मायूस हो जाना सही है
न्याज़ियामंथन। जब किसी मुश्किल का हल न समझ आए, ग़मों की अंधेरी रात ढलने का […]
क्या जो भी हमारे साथ ग़लत करे उससे नाराज़ होना या समझाना ज़रूरी
न्याज़िया मंथन। क्या जो भी हमारे साथ ग़लत करे उससे नाराज़ होना या समझाना ज़रूरी […]
