बस वक़्त की क़ीमत होती है…

न्याज़िया मंथन। वक़्त का तकाज़ा देखकर ही चलना चाहिए जब जो वक़्त कहे वो करना चाहिए,ये सुना तो है हमने पर इस पर अमल करना इतना आसान नहीं क्योंकि इसके... Read More

क्या हर बार सम्मान की इच्छा सही है!

न्याज़िया मंथन। जब हम कुछ अच्छा काम करते हैं तो दिल में ही सही पर ये कामना करते हैं कि कोई हमारी तारीफ करें और कोई सम्मान हमें मिल जाए... Read More