यादों में आपातकाल भाग-3, राहुकाल से लोकतंत्र के निकलने की शेषकथा! -जयराम शुक्ल

Author Jayram Shukla | चाटुकारिता भी कभी-कभी इतिहास में सम्मान योग्य बन जाती है। आपातकाल के उत्तरार्ध […]

यादों में आपातकाल भाग-2, जब जेपी की हुंकार से सिंहासन हिल उठे! -जयराम शुक्ल

Author Jayram Shukla | कांग्रेस के अध्यक्ष देवकांत बरुआ का नारा इंदिरा इज इंडिया गली कूँचों तक […]