एक ओंकार जिसका अर्थ है ईश्वर एक ही है.अद्वैत वेदांत भी नॉन डुअलिटी की बात करता है.सूफी संतों ने भी हर तरह की संकीर्णता और धार्मिक कट्टरता को नकारते हुए...