ब्रह्मरत्न सम्मान 2024: राजेंद्र शुक्ल जिसने ‘सतत् विकास’ को विन्ध्य का चरित्र बना दिया!
लेख: जयराम शुक्ल | किसी शहर के चरित्र को जनआंकाक्षाओं के अनुरूप गढ़ना सरल नहीं। मुश्किल तो यह कि सबकी अपनी-अपनी आकांक्षाएं व परिभाषाएं होती हैं। लेकिन जब सर्वस्पर्शी और... Read More