एंटरटेनमेंटशब्द साँची स्पेशलक्या ज़िंदगी से मायूस हो जाना सही है Viresh Singh May 16, 2025 0 न्याज़ियामंथन। जब किसी मुश्किल का हल न समझ आए, ग़मों की अंधेरी रात ढलने का नाम ही न ले तो क्या ज़िंदगी से मायूस हो जाना, रुक जाना सही है,... Read More
एंटरटेनमेंटशब्द साँची स्पेशलक्या जो भी हमारे साथ ग़लत करे उससे नाराज़ होना या समझाना ज़रूरी Viresh Singh May 14, 2025 0 न्याज़िया मंथन। क्या जो भी हमारे साथ ग़लत करे उससे नाराज़ होना या समझाना ज़रूरी है कि उसने कुछ ग़लत किया है जबकि उसे अपनी ग़लती का ख़ुद से एहसास... Read More