कब हम दूसरों को इल्ज़ाम देना बंद करेंगे ?

न्याज़िया बेगममंथन। क्या हर दफा ग़लती सामने वाले की ही होती है और अगर हो भी तो क्या इसमें हमारी कोई भागीदारी नहीं होती ?सामने वाले का बदला हुआ व्यवहार... Read More

आपको नहीं लगता कि हमें एक दो नहीं बल्कि कई लोगों से शिकायत हो जाती है? क्यों!

न्याज़िया बेगममंथन। उसने ऐसा नहीं किया ,वैसा नहीं किया! जबकि ऐसा नहीं है कि वो काम हम खुद अच्छे से कर पाते हों या हो सकता हम वो, कर ही... Read More

क्या वाक़ई! हर मुश्किल का हल होता है?

न्याज़िया बेगममंथन। हर मुश्किल का हल अगर होता है तो हमें क्यों नहीं मिलता, क्या कुछ अलग नज़रें चाहिए, उस हल को देखने के लिए, बड़ा आत्मविश्वास चाहिए और धैर्य... Read More