न्याज़िया बेगममंथन। क्या हर दफा ग़लती सामने वाले की ही होती है और अगर हो […]
Tag: मंथन जरूरी
आपको नहीं लगता कि हमें एक दो नहीं बल्कि कई लोगों से शिकायत हो जाती है? क्यों!
न्याज़िया बेगममंथन। उसने ऐसा नहीं किया ,वैसा नहीं किया! जबकि ऐसा नहीं है कि वो […]
क्या वाक़ई! हर मुश्किल का हल होता है?
न्याज़िया बेगममंथन। हर मुश्किल का हल अगर होता है तो हमें क्यों नहीं मिलता, क्या […]