Tadpaoge Tadpa Lo Song: 1995 की फिल्म ‘बरखा’ का मधुर गीत तड़पाओगे तड़पा लो (tadpaoge tadpa lo movie name) एक बार फिर से हर युवा की जबान पर है। लेकिन यह वीडियो और कैसेट की वजह से नहीं बल्कि इंस्टाग्राम रील की वजह से। लता मंगेशकर (lata mangeshkar viral song) की आवाज ,राजेंद्र कृष्ण के लिरिक्स और चित्रगुप्त का मनमोहक संगीत आज फिर से वायरल हो रहा है। हालांकि जब यह मूवी रिलीज हुई थी तब इस मूवी और इस गाने को इतना ज्यादा पसंद नहीं किया गया परंतु अब सोशल मीडिया की बदौलत है इस पुराने नगमे को एक बार फिर से जवान किया जा रहा है। सोशल मीडिया के इस चलन ने न केवल संगीत प्रेमियों को रोमांचित किया है बल्कि सांस्कृतिक पुनर्जागरण की शुरुआत भी की है।

कैसे सोशल मीडिया ने पुराने गानों को दी है नई जिंदगी ( tadpaoge tadpa lo lyrics)
आज का जमाना डिजिटल और तेज रफ्तार है। दिल के तार पुराने सुरों से जुड़ रहे हैं। इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स की वजह से ऐसे ही पुराने गीतों को एक बार नया मंच मिल रहा है। इस नए ट्रेंड की वजह से युवाओं की पीढ़ी ऐसे अपरिचित गानों को अपने कंटेंट में इस्तेमाल कर रही है और इन गानों को फिर से लोकप्रियता मिल रही है जो एक तरह से दिग्गज कलाकारों के लिए श्रद्धांजलि से कम नहीं। हाल ही में तड़पाओगे तड़पा लो जैसे गाने पर धड़ाधड़ रील्स बन रही है जिसकी वजह से यह गीत अब लगभग सभी की जबान पर पहुंच गया है।
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क्या फायदे हो रहे हैं ऐसी रील्स से (viral instagram reels)
बात करें पुराने गानों पर रील बनाने के फायदे की तो इस नए ट्रेंड की वजह से 90 के दशक बाद जन्मी पीढ़ी इन पुराने गीतों से जुड़ रही है। पुराने गीतों को एक बार फिर से जिंदा करने की वजह से प्रतिभाशाली कलाकारों का काम नई पीढ़ी तक पहुंच रहा है। इसके अलावा लोकप्रिय गानों की बढ़ती मांग को देखकर म्यूजिक लेबल इन गीतों को री रिलीज कर रहे हैं री मास्टर कर रहे हैं जिससे रॉयल्टी के नए स्रोत भी बन रहे हैं। साथ ही इन पुराने गानों पर क्रिएटिविटी दिखाई जा रही है जिससे सृजनात्मक को एक नई पहचान मिल रही है।
जैसा कि हमने बताया हाल ही में तड़पाओगे तड़पा लो गाना इंस्टाग्राम पर एक ट्रेडिंग ऑडियो बन गया है फिर चाहे आंखों में आंसू लिए लिप सिंक करती कोई लड़की हो या कपल की इमोशनल स्टोरी यह गाना लगभग हर रील में दिखाई दे रहा है। लोग इस गाने के ज़रिये अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं। यह गाने अब जीवित स्मारक बनते जा रहे हैं और तड़पाओगे तड़पा लो इसका ही एक सशक्त उदाहरण है कि कोई अच्छा गीत कभी भी पुराना नहीं होता फिर चाहे कितने ही साल क्यों ना हो जाए सांस्कृतिक पुनर्जागरण होकर ही रहता है।