साल 2007 में पहली बार टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2024) खेला गया था, जिसका आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। इस टूर्नामेंट के पहले संस्करण में पाकिस्तान को हराकर भारत चैंपियन बना था। तब से 17 साल हो गए हैं और भारत ने टी20 विश्व कप का खिताब नहीं जीता है।
आईपीएल 2008 से खेला जाने लगा था और ऐसा लग रहा था कि इस टूर्नामेंट से भारत की टीम टी20 में काफी मजबूत हो जाएगी। लेकिन ट्रॉफी का सूखा आजतक बरकरार है। ऐसे में जब वेस्टइंडीज और अमेरिका की मेजबानी में साल 2024 का टी20 विश्व कप होने जा रहा है, जिसमें अब एक महीने से भी कम समय बचा है।
हालांकि टूर्नामेंट से ठीक पहले भारत के सामने 6 प्रमुख चुनौतियां जिस पर टीम मैनेजमेंट को ध्यान देना होगा।
- रोहित शर्मा के साथ कौन करेगा ओपनिंग
टी20 में पॉवरप्ले का खेल सबसे अहम हो गया है, क्योंकि यहां नई गेंद होती है और फील्ड रिस्ट्रिक्शन होते हैं, जिससे बल्लेबाज को तेजी से रन बनाने की सहुलियत होती है। लेकिन अमेरिका की धीमी पिचों पर कोहली की भूमिका अहम हो सकती है। ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन को रोहित शर्मा के साथ विराट कोहली अगर ओपन करते हैं, तो एक छोर से अटैक और दूसरे छोर विकेट बचाकर पॉवरप्ले में अच्छा स्कोर बनाया जा सकता है। हालांकि रोहित के साथ यशस्वी जायसवाल भी एक विकल्प हैं, जो तेज गति से रन बना सकते हैं। इसलिए भारत को इन दोनों विकल्पों पर अच्छे से सोचना होगा।
- रिंकू सिंह की खल सकती है कमी
भारतीय टीम में रिंकू सिंह की कमी खल सकती है, क्योंकि वह बीते एक वर्षों से टीम इंडिया के आजमाए हुए फिनिशर थे। ऐसे में हाई-स्कोरिंग चेज के दौरान रिंकू की टीम इंडिया को बहुत याद आएगी। क्योंकि रिंकू में किसी भी गेंद पर छक्का लगाने की क्षमता, उन्हें अलग बनाती है।
- टीम में सिर्फ तीन तेज गेंदबाज?
15 सदस्यीय भारतीय टीम में सिर्फ तीन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह ही शामिल हैं। ऐसे में हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे को चौथे तेज गेंदबाज की कमी को पूरा करना होगा। वहीं टीम में कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल और रवींद्र जडेजा के रूप में चार स्पिनर हैं। जिनसे टीम इंडिया को खासी उम्मीदें हैं।
- क्या होगा स्पिन कॉम्बिनेशन
रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल इन चार स्पिनरों को भारत ने टी20 विश्व कप 2024 के लिए चुना है। लेकिन सवाल ये है कि कौन से स्पिनर अंतिम 11 में जगह बना पाएंगे। एक हिसाब से देखा जाए तो जडेजा और अक्षर बल्ले से भी टीम की मदद कर सकते हैं। वहीं कुलदीप और चहल की फॉर्म अच्छी है। भारत के सभी लीग मैच दिन में हैं, ऐसे में कुलदीप और चहल को अंतिम 11 में जगह मिल सकती है। हालांकि नॉकआउट मैचों में चहल को टीम से बाहर रखा जा सकता है, हां अगर वह लीग स्टेज में अच्छा करते हैं तो उन्हें टीम से बाहर कर पाना मुश्किल होगा।
- क्या भारत नॉकआउट की जंजीर तोड़ेगा
महेंद्र सिंह धोनी आईसीसी टूर्नामेंट जीतने वाले भारत के आखिरी कप्तान हैं। उनके बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने एक-एक टी20 विश्व कप खेले हैं और दोनों में टीम को हार झेलनी पड़ी है। जबकि भारतीय टीम साल 2015 और 2019 के वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में और 2023 के फाइनल में पहुंची थी और वहां उसे हार का सामना करना पड़ा था। जबकि टी20 में साल 2016 और 2022 में टीम इंडिया ने सेमीफाइनल का सफर तय किया था और दोनों जगह टीम इंडिया हार गई थी।
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