Sydney Bondi Beach Shooters : ऑस्ट्रेलिया में पिछले रविवार को एक बड़ा नरसंहार हुआ। सिडनी के बॉन्डी बीच पर यहूदी त्योहार हनुक्का के दौरान अंधाधुंध फायरिंग की घटना ने सभी को दहला दिया। गोलीबारी में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस हमले का कनेक्शन पाकिस्तानी आतंकी संगठन से है। यह ऑस्ट्रेलिया का सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है। इस हमले में ताबड़तोड़ गोलियां चलाने वाले बाप और बेटे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
बीच पर अंधाधुंध फायरिंग में 16 लोगों की मौत
ऑस्ट्रेलिया में रविवार की शाम को बॉन्डी बीच पर हजारों लोग ‘हनुक्का बाय द सी’ नामक उत्सव का मज़ा ले रहे थे। तभी, दो बंदूकधारियों ने अचानक गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जब ताबड़तोड़ गोलियां चली तो वहां मौजूद लोग डरकर भागने लगे। रविवार तक इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। जबिक हमले में अभी 42 लोग घायल हैं। घटना के बाद चश्मदीद बोले- “गोलियों की आवाज सुनकर ऐसा लगा कि पटाखें दग रहे हों। डरकर हम वहां से भाग निकलें।” एक चश्मदीद ने बताया कि गोली चलने की आवाज सुनकर वह डर गया। उस व्यक्ति का नाम मार्कोस कार्वालो है। उसने कहा कि गोलियों की आवाज इतनी तेज थी कि वह सोच भी नहीं सकता था कि बॉन्डी में गोलीबारी हो सकती है।
कौन थे हमलावर बाप-बेटे?
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने जांच के बाद बताया कि इन हमलावरों की पहचान बाप और बेटे, 50 वर्षीय साजिद अकरम और उसके 24 वर्षीय बेटे नवीद अकरम के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि दोनों हमलावर पहले से ही खतरनाक आतंकी अपराधी थे। पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपी पहले से ही खतरनाक अपराधी थे और वे अक्सर ऐसी घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं। पिता साजिद अकरम एक फल की दुकान चलाता था। इस हमले साजिद अकरम पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया और फिर उसकी मौत हो गई, जबकि उसका बेटा, नवीद अकरम को पुलिस की हिरासत में है। वह भी घायल हुआ था, लेकिन इलाज के बाद उसकी हालत में स्थिर है और अब वह पुलिस की निगरानी में है। जांच में ये भी सामने आया है कि दोनों का पाकिस्तानी आतंकी संगठन से कनेक्शन है।
नवीद और साजिद ने क्यों बरसाईं गोलियां
आखिर सिडनी में साजिद और नवीद ने यहूदी त्योहार हनुक्का के दौरान निर्दोष लोगों पर गोलियां क्यों चलाईं? पुलिस का मानना है कि यह आतंकवादी हमला था। साजिद और नवीद ने अपने परिवार के सदस्यों को बताया था कि वे जर्विस बे में सप्ताहांत की मछली पकड़ने की यात्रा पर जा रहे हैं। लेकिन असल में उन्होंने यह हमला करने की योजना बनाई थी। ये हमला पिछले 30 सालों का सबसे खतरनाक हमला माना जा रहा है। इससे पहले कभी भी ऑस्ट्रेलिया में ऐसी हिंसा नहीं हुई थी।
आतंकियों का पाकिस्तान से कनेक्शन
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों हमलावर, साजिद और नवीद पाकिस्तान मूल के निवासी हैं। दोनों ने आतंकी साजिश के तहत सिडनी के बॉन्डी बीच पर गोलियां चलाईं।
क्या कहना है जांच एजेंसियों का?
ऑस्ट्रेलिया में हुई इस फायरिंग की घटना ने पूरे विश्व में चर्चा का विषय बना दिया। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस घटना पर नाराजगी जताई है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई सरकार पर आरोप लगाया कि वह यहूदी विरोधी ताकतों को बढ़ावा दे रही है। नेतन्याहू का कहना है कि दुनिया में यहूदी विरोध को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने जरूरी हैं। ऑस्ट्रेलिया की सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। उन्होंने इस मामले की पूरी जांच शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि यह हमला आतंकवादी गतिविधि का हिस्सा है। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई जांच एजेंसियों ने कहा है कि वे इस घटना की पूरी जांच कर रहे हैं। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर क्यों पिता-पुत्र ने इस तरह का खतरनाक कदम उठाया।
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