मध्यप्रदेश के शहडोल में एक अजीब ड्रामा सामने आया है। यहां एक बाबू अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया और कहने लगा कि ट्रांसफर आदेश कैंसिल करो, नहीं तो फांसी लगा लूंगा। इस दौरान वह रस्सी के एक छोर को पेड़ की डाल में बांध दिया और दूसरा छोर अपने गले में डालकर टहनी पर बैठ गया। काफी देर तक यह ड्रामा चलता रहा।
एक घंटे तक चलता रहा घटनाक्रम
घटना जिले के ब्यौहारी तहसील के आखेटपुर सर्किल में गुरुवार दोपहर की है। दरअसल बार-बार शिकायत मिलने पर यहां पदस्थ बाबू लल्लूलाल प्रजापति को हटाकर तहसीलदार रोहित सिंह ने नकल शाखा में ट्रांसफर कर दिया था। जिससे वह नाराज हो गया और ट्रांसफर आदेश निरस्त कराने पेड़ पर चढ़कर आत्महत्या की धमकी देने लगा। बाबू लल्लूलाल तहसील परिसर में ही लगे पेड़ पर चढ़ गया और कहने लगा कि मेरा ट्रांसफर कैंसिल करो नहीं तो मैं फांसी के फंदे में झूल जाऊंगा। इस दौरान पहले लोगों ने इसे हल्के में लिया। लेकिन जब बाबू ने गले में फंदा डाल लिया तो एसडीएम को इसकी जानकारी दी गई। करीब एक घंटे तक यह घटनाक्रम चलता रहा। बाद में एसडीएम नरेंद्र सिंह धुर्वे ने उसे समझाइश देकर किसी तरह से नीचे उतरवाया।
झूठा आश्वासन देकर अधिकारी ने पेड़ से उतारा
इस संबंध में बाबू प्रजापति ने बताया कि बुधवार को एक प्रकरण में आदेश को लेकर तहसीलदार रोहित सिंह और वकीलों के बीच बहस हो गई। जिसके बाद उस पर आरोप लगा दिया गया कि उसने गलत तरीके से ऑर्डर शीट में साइन करवा लिया। जबकि ये आरोप गलत था। बेवजह वकीलों के कहने पर तहसीलदार ने मेरा ट्रांसफर कर दिया। बाबू ने कहा कि 19 सितंबर 2023 को भी कार्यालय के अंदर घुसकर एक वकील ने उसकी गैर मौजूदगी में दायरा पंजी के साथ छेड़छाड़ की थी। जिसकी शिकायत करने के बावजूद वकील पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाबू प्रजापति ने आगे बताया कि अधिकारी झूठा आश्वासन देकर मुझे पेड़ से नीचे उतार लाए हैं लेकिन मेरा ट्रांसफर कैंसिल नहीं किया और न ही वकीलों पर कोई कार्रवाई कर रहे।