Subhash Chandra Bose Jayanti : 23 जनवरी, 2025 को सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर, उनकी बेटी शुक्ला बोस ने एक भावुक संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने अपने पिता के योगदान, उनके संघर्ष और उनके द्वारा किए गए बलिदानों को याद किया। शुक्ला बोस ने इस अवसर पर न केवल अपने पिता की महानता का गुणगान किया, बल्कि देश के प्रति उनके अडिग प्रेम और स्वतंत्रता संग्राम में उनके अद्वितीय योगदान को भी साझा किया।
कांग्रेस के प्रमुख नेता थे सुभाष चंद्र बोस | subhash chandra bose birthday
सुभाष चंद्र बोस, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता थे, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक निर्णायक भूमिका निभाते हुए भारत के स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए लगातार संघर्ष करते रहे। उनका प्रसिद्ध नारा “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा” भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक के रूप में इतिहास में दर्ज है।
बोस की मृत्यु पर राहुल गाँधी का विवाद | netaji subhas chandra bose jayanti
सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु के बारे में बहुत सी अटकलें और विवाद रहे हैं, लेकिन उनका योगदान और उनके नेतृत्व की भावना हमेशा भारतीय जनता के दिलों में जीवित रहेगी। आज उनकी जयंती पर कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी ने सुभाष चंद्र बोस ‘नेताजी’ का एक फोटो शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। राहुल गाँधी द्वारा शेयर की गई नेताजी की इस फोटो पर विवाद छिड़ गया है। राहुल गांधी ने नेताजी की जन्मतिथि के साथ-साथ उनकी कथित मृत्यु की तारीख (18 अगस्त 1945) भी लिखी थी और इसे लेकर ही हालिया विवाद शुरू हुआ है।
सुभाष चंद्र बोस की बेटी हुई भावुक | parakram diwas 2025
सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उनकी बेटी शुक्ला बोस ने अपने संदेश में कहा, “मेरे पिता की जयंती पर मैं उन सभी महान नायकों को याद करती हूं जिन्होंने हमारे देश को स्वतंत्रता दिलाने में अपना जीवन अर्पित किया। आज उनके संघर्ष और सिद्धांतों को साकार रूप में जीने की आवश्यकता है। वे हमेशा हमें यह याद दिलाते हैं कि हम सभी के भीतर कुछ विशेष है, जो हम अपने देश के लिए उपयोग कर सकते हैं।”
स्वतंत्रता अधिकार नहीं संघर्ष है – बोस
शुक्ला बोस ने अपने संदेश में आगे कहा, “मेरे पिता सुभाष चंद्र बोस का जीवन हमें प्रेरित करता है कि हम अपने देश के लिए कुछ भी करने में पीछे न हटें। उनका बलिदान और उनका देशभक्ति का जज़्बा हम सभी के लिए एक मार्गदर्शक है। उन्होंने हमें यह सिखाया कि स्वतंत्रता केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि एक संघर्ष है, जिसके लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए।”
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