Strange gas started coming out from the ground during boring: सतना शहर से कुछ दूर चित्रकूट स्टेट हाईवे पर एक प्लॉट में बोरिंग कराई जा रही थी। लेकिन बोर से पानी के बजाय गैस का रिसाव होने लगा। जिसकी गंध से आसपास के लोग बेचैन होने लगे। बोरिंग के गड्ढे में पानी उबलने लगा। जानकारी मिलाने पर खनिज विभाग,प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एसडीईआरएफ की टीम मौका मुआयना के लिए पहुंची। टीम ने जांच कर सेम्पल टेस्टिंग के लिए भेज दिए हैं। साथ ही वहां की जमीन में मीथेन गैस के साथ सल्फर और अमोनिया के होने की संभावना जताई है।
बताया जा रहा है कि शहर से करीब 4 किमी दूर गांधी ग्राम के पास कॉलोनी विकसित हो रही है। जहां एक प्लॉट में पानी के लिए बोरिंग कराई जा रही थी। यहां पर 600 फुट की गहराई तक खुदाई की गई लेकिन पानी नहीं निकला। बल्कि अजीब और तीव्र गंध वाली गैस का रिसाव होने लगा। दरअसल रैगांव के रहने वाले आशीष गौतम ने दो माह पहले यह प्लॉट खरीदा था। यहां निर्माण कार्य शुरू करने के लिए बोरिंग कराई, लेकिन पानी की बजाय तेज दुर्गंध वाली गैस निकलने लगी। जिसके असर से आसपास की मिट्टी भी काली पड़ गई।
जानकारी मिलने पर कलेक्टर अनुराग वर्मा ने वास्तविकता का पता लगाने के लिए खनिज विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एसडीईआरएफ की टीम को मौके पर भेजा। टीम ने प्लाट पर पहुंच कर गैस डिटेक्टर मशीन से टेस्टिंग की तो वहां मीथेन गैस की उपलब्धता के संकेत मिले हैं। टीम ने बोरिंग के गड्ढे में पानी डाला तो वह गरम होकर उबलने लगा। साथ ही आसपास की मिट्टी जल गई, जिससे सतह का रंग भी बदल गया। टीम ने सैंपल जबलपुर लैब में टेस्टिंग के लिए भेजा है। साथ ही आगे की जांच के लिए ओएनजीसी को पत्र लिखा है। टीम ने 50 मीटर के दायरे में आवाजाही प्रतिबंधित करने की सिफारिश भी कलेक्टर से की है।