Space News In Hindi: खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वाले पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आ रही है । हाल ही में चंद्रमा पर विस्फोट की एक खगोलीय घटना घटी थी । इस विस्फोट ने दुनिया भर के साइंटिस्ट का ध्यान अपनी और आकर्षित कर लिया है ।कहा जा रहा है कि यह विस्फोट एक एस्टेरॉइड 2024yr4 की वजह से हुआ है और यह एस्टेरॉइड जल्द ही पृथ्वी से भी टकरा रख सकता है।
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Space news :पृथ्वी से टकराएगा क्षुद्रग्रह
जी हां ,चंद्रमा पर हुए इस विस्फोट पर विभिन्न साइंटिस्ट अपने-अपने तरफ से रिसर्च कर रहे हैं। दुनिया भर के साइंटिस्ट ने यह अनुमान लगाया है कि यह विस्फोट क्षुद्रग्रह अर्थात धूमकेतु की वजह से हुआ है। हालांकि चंद्रमा पर इससे पहले भी कई प्रकार के विस्फोट होते रहे हैं । परंतु यह विस्फोट सबसे भयावह था। वहीं कहा जा रहा है कि आने वाले समय में चंद्रमा पर एक ऐसा विस्फोट होगा जिससे चंद्रमा पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा । वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि 2032 में भी एक क्षुद्रग्रह पृथ्वी से टकरा सकता है जिसकी वजह से पृथ्वी पर भी खतरा मंडरा रहा है।
Space news :दुनिया भर के वैज्ञानिक कर रहे हैं अध्ययन
चंद्रमा पर हुए इस विस्फोट की घटना पर दुनिया भर के वैज्ञानिक अपनी अपनी तरफ से अध्ययन कर रहे हैं। वे इस अध्ययन के लिए भी विभिन्न उपकरणों और तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। चंद्रमा पर होने वाली इस प्रकार की खगोलीय घटनाएं अन्य आकाशीय पिंडों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है। ऐसे में यह सारी घटनाएं दुनिया भर के स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन द्वारा रिकॉर्ड की जाती है जिसकी वजह से पृथ्वी पर आने वाले खतरों का भी अंदाजा लगाया जाता है।
इन्हीं सारी उपकरण और तकनीक के माध्यम से यह पता चला है कि चंद्रमा पर हुए इस विस्फोट की तरह ही जल्द ही पृथ्वी पर भी एक एस्टेरॉइड टकराने वाला है। हालांकि इस एस्टेरॉइड के टकराने की संभावना काफी कम है परंतु यदि ऐसा होता है तो पृथ्वी पर काफी भयावन नुकसान हो सकते हैं। इस पूरी घटना की निगरानी अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान द्वारा की जा रही है ताकि सटीकता से इसकी निगरानी की जाए और जरूरी कदम उठाए जाएं।
क्या कदम उठा रहे हैं दुनिया भर के वैज्ञानिक
दुनिया भर के वैज्ञानिक चंद्रमा पर हुए विस्फोट के बाद से ही लगातार विभिन्न उपकरण और तकनीक के माध्यम से इस क्षुद्र ग्रह के टकराव का अध्ययन कर रहे हैं और यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यह इस टकराव के होने की संभावना कितनी है ताकि वैज्ञानिक शुद्र ग्रह के पद को बदलने या उसे नष्ट करने का काम शुरू कर सके जिससे कि पृथ्वी की रक्षा संभव हो पाए।