S&P Global ने बढ़ाई भारतीय बैंकों और NBFCs की Rating

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S&P Global: देश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय ढांचे के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आ रही है अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी S&P Global के द्वारा सात प्रमुख बैंकों और तीन फाइनेंशियल कंपनी (NBFCs) की क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड कर दिया गया है इस कदम से भारतीय फाइनेंशियल क्षेत्र में मजबूती देखी जाएगी जिससे निवेश करने वाले व्यक्तियों को बड़ा बल मिलेगा।

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किन-किन संस्थानों की रेटिंग बढ़ी?

S&P Global के द्वारा जिन संस्थानों की रेटिंग अपग्रेड की गई है, उनमें शामिल हैं।

बैंक में State Bank of India (SBI), ICICI Bank, HDFC Bank, Axis Bank, Kotak Mahindra Bank, Union Bank of India और Indian Bank
NBFCs में Bajaj Finance, Tata Capital और L\&T Finance

इन संस्थानों की लॉन्ग-टर्म इशूअर क्रेडिट रेटिंग्स को “BBB-/Positive/A-3” से सुधारकर “BBB/Stable/A-2” पर अपग्रेड कर दिया गया है।

क्यों बढ़ाई गई रेटिंग्स?

S&P Global के अनुसार, भारतीय बैंकों और NBFCs की asset quality, लाभप्रदता और कैपिटल पोजिशन पिछले कुछ सालों से काफी बेहतर हो गई है साथ ही सरकार और रिजर्व बैंक के द्वारा लिए गए कुछ सुधार आत्मक कदमों से इसके फाइनेंशियल ढांचे को मजबूती मिली है।

बैंकों के NPA (Non Performing Assets) में लगातार कमी देखी गई है। NBFC सेक्टर ने भी अपनी लिक्विडिटी मैनेजमेंट और क्रेडिट ग्रोथ में काफी सुधार दिखाया है।

भारत की sovereign credit rating को भी हाल ही में S&P Global ने 18 साल के बाद “BBB” पर अपग्रेड कर दिया है, जिसका सीधा फायदा फाइनेंशियल आर्गेनाइजेशन को मिलेगा।

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निवेशकों और ग्राहकों पर असर

क्रेडिट रेटिंग्स मैं यह बढ़ोतरी होने से भारतीय फाइनेंशियल सेक्टर की विश्वसनीयता को अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर मजबूती मिलेगी जिससे विदेश के निवेश करने वाले लोगों का भरोसा बढ़ेगा। इसके साथ ही बैंकों और NBFCs को सस्ता फंड भी उपलब्ध हो सकता है, जिससे लोन और क्रेडिट की लागत कम हो सकती है। इसके अलावा हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

S&P Global credit rating upgrade हो जाने से न सिर्फ बैंक और NBFCs के लिए बल्कि अर्थव्यवस्था के लिए भी एक अच्छा संकेत है यह हमें यह सुधार दर्शाता है कि भारत की फाइनेंशियल सिचुएशन अधिक स्थिर और मजबूत हो रही है।

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