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सोनम वांगचुक का पाकिस्तान से क्या कनेक्शन है? DGP ने सब बता दिया

Sonam Wangchuk’s Pakistan Connection Hindi News: लद्दाख (Ladakh Violence) में हिंसा के बाद सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाने के बाद पाकिस्तान कनेक्शन (Sonam Wangchuk Pakistan Connection) का खुलासा हुआ है। लद्दाख DGP एस.डी. सिंह जामवाल (DGP S.D. Singh Jamwal) ने साफ कहा कि वांगचुक का पाकिस्तानी जासूस (Sonam Wangchuk Pakistani Spy) से संपर्क था, और PIO (Pakistan Intelligence Operative) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया, जो वांगचुक की जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था। वांगचुक ने पाकिस्तानी अखबार डॉन (Sonam Wangchuk Dawn Newspaper Event ) के इवेंट में हिस्सा लिया और बांग्लादेश (Sonam Wangchuk Bangladesh Visit) का दौरा भी किया। DGP ने कहा, “हमें हाल ही में PIO का एक सदस्य पकड़ा, जो वांगचुक से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था।” वांगचुक को जोधपुर सेंट्रल जेल भेजा गया है.

वांगचुक पर NSA: पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा

वांगचुक को शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे उलियाकटोपो गांव (Ulyaktopo Village) से गिरफ्तार किया गया। NSA के तहत बिना बेल हिरासत का प्रावधान है। DGP जामवाल ने शनिवार को बयान दिया, “वांगचुक का पाकिस्तानी जासूस से संपर्क था। PIO का सदस्य वांगचुक की जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था।” वांगचुक ने डॉन के आयोजित इवेंट में भाग लिया और बांग्लादेश दौरा किया। उनकी NGO SECMOL (Students Educational and Cultural Movement of Ladakh) का FCRA लाइसेंस (FCRA License) रद्द हो गया, जबकि HIAL (Himalayan Institute of Alternatives Ladakh) पर विदेशी फंड (Foreign Funds) के दुरुपयोग की CBI जांच (CBI Probe) चल रही। वांगचुक ने गिरफ्तारी से पहले कहा, “अगर इस मुद्दे पर गिरफ्तार होना पड़े, तो मैं खुश रहूंगा।”

वांगचुक का पाकिस्तानी कनेक्शन

PIO से संपर्क: हाल ही में गिरफ्तार पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑफिसर वांगचुक से ‘टच में’ था। PIO वांगचुक के प्रदर्शनों के वीडियो और जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था। DGP ने कहा, “हमारे पास इसका रिकॉर्ड है. PIO रिपोर्टिंग बैक कर रहा था।”

डॉन इवेंट में भागीदारी: वांगचुक ने पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन के आयोजित इवेंट में हिस्सा लिया। DGP ने इसे संदिग्ध बताया, “डॉन इवेंट और पाकिस्तान में उनकी एक्टिविटी पर सवाल हैं। ये पर्यावरण कार्यकर्ता होने का बहाना लगता है।

बांग्लादेश दौरा: वांगचुक का बांग्लादेश दौरा भी जांच के दायरे में है। DGP ने कहा, “पाकिस्तान और बांग्लादेश के दौरों पर बड़ा प्रश्न चिन्ह है. ये पड़ोसी देशों से जुड़े संदिग्ध लिंक्स हैं।”

विदेशी फंडिंग और साजिश: वांगचुक की NGO SECMOL का FCRA लाइसेंस (FCRA License) रद्द हो गया। CBI विदेशी फंड के दुरुपयोग की जांच कर रही है। DGP ने कहा, “PIO की गिरफ्तारी से पाकिस्तान लिंक साफ हुआ.

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