सोधानी एकेडमी ऑफ फिनटेक इनेबलर्स लिमिटेड एक आईपीओ लेकर आ रही है, जिसमें 3.88 करोड़ रुपये मूल्य के 9,70,000 नए शेयर जारी किए जाएंगे
सोधानी एकेडमी ऑफ फिनटेक इनेबलर्स लिमिटेड एक आईपीओ (SODHANI ACADEMY IPO) लेकर आ रही है। जिसमें 3.88 करोड़ रुपये मूल्य के 9,70,000 नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही 2.24 करोड़ रुपये मूल्य के 5,60,000 शेयर बिक्री के लिए पेश किए जाएंगे। कंपनी का लक्ष्य कंटेंट स्टूडियो विकसित करना, आईटी खरीदना, ब्रांडिंग बढ़ाना और एक व्यापक एलएमएस बनाना है।
SODHANI ACADEMY का कार्यक्षेत्र
फिनटेक इनेबलर्स लिमिटेड (SODHANI ACADEMY IPO) की सोधानी अकादमी वित्तीय साक्षरता और जागरूकता पर केंद्रित प्रशिक्षण, परामर्श और शिक्षण सेवाएं प्रदान करती है। यानी के आसन भाषा में कंपनी शिक्षा के क्षेत्र में अपना बहुमूल्य योगदान देती है । जो शिक्षार्थियों को वित्तीय अवधारणाओं को समझने, धन का प्रबंधन करने, बजट बनाने, बचत करने, निवेश करने और वित्तीय उत्पादों और सेवाओं को समझने में सक्षम बनाती है।कंपनी ने 2020 के बाद वित्तीय योजना और शेयर बाजार की बुनियादी बातों सहित वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण और परामर्श सेवाओं का विस्तार किया है। जैसा कि महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षण में तेजी आई और एग्जाम्स की तैयारी करने वाले प्रतिभागियों और सत्रों की संख्या में वृद्धि हुई है।
SODHANI ACADEMY IPO का मिलजुला प्रदर्शन
कंपनी के प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों, कामकाजी लोगों और गृहिणियों के लिए हैं। जिनमें वित्तीय साक्षरता पाठ्यक्रम, सेमिनार और सत्र शामिल हैं। वे सिद्धांत को व्यावहारिक कौशल में बदलने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ताकि शिक्षार्थी स्थायी वित्तीय ज्ञान और दक्षता हासिल कर सकें। सोधनी एकेडमी ऑफ फिनटेक एनेबलर्स लिमिटेड ने अपने आईपीओ विश्लेषण में मिश्रित वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है। जबकि राजस्व और लाभप्रदता में वृद्धि हुई है। ईपीएस और आरओएनडब्ल्यू में गिरावट ने कंपनी की दक्षता और शेयरधारक रिटर्न पर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
बढ़ावा देने के काम करती SODHANI ACADEMY
शिक्षा पूर्ण मानव क्षमता प्राप्त करने, एक समान और न्यायपूर्ण समाज विकसित करने और राष्ट्रीय विकास को बढ़ावा देने के लिए कंपनी काम करती है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक हर वर्ग की पहुंच प्रदान करना, आर्थिक विकास, सामाजिक न्याय और समानता के मामले में वैश्विक मंच पर भारत की निरंतर प्रगति और नेतृत्व की क्षमता बढ़ाना है।
2022 और 2026 के बीच वृद्धि
ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में भारत सबसे उभरते हुए देशों में से एक है। बात अगर भारतीय ऑनलाइन शिक्षा बाजार में आने वाले वर्षों की करें तो इसमें जबरदस्त वृद्धि देखने को मिलेगी। केपीएमजी के अनुसार, भारत अमेरिका के बाद ई-लर्निंग का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है। इस बाज़ार के 2022 और 2026 के बीच 19.50% की वार्षिक वृद्धि दर से 2.28 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ने की उम्मीद है।