Socialist leader Narendra Pratap Singh passes away: रीवा। समाजवादी विचारधारा को लेकर संघर्षशील रहे नरेंद्र प्रताप सिंह का निधन हो गया है। कुछ दिन पहले ही ब्रेन स्ट्रोक की वजह से संजयगांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को सायं करीब साढ़े चार बजे उनका निधन हो गया। इसकी खबर मिलते ही शहर के बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंचे और उनका पार्थिव शरीर घोघर स्थित आवास पर ले जाया गया। शहर के बंदरिया मुक्तिधाम में 19 अप्रेल को सुबह नौ बजे अंतिम संस्कार किया गया।
नरेन्द्र प्रताप अपनी स्पष्टवादिता के चलते राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में पहचाने जाते थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाजवादी आंदोलनों में भागेदारी एवं गरीबों की आवाज बनने में खपा दिया। किसान आंदोलनों में भी उनकी बड़ी भागेदारी रही है। वे समाजवादी नेता यमुना प्रसाद शास्त्री, रघु ठाकुर, प्रेमलाल मिश्रा, रामलखन सिंह, रामखेलावन नीरत, रामलखन शर्मा, कौशल सिंह, बृहस्पति सिंह आदि प्रमुख नेताओं के साथ आंदोलनों में बड़ी भूमिका निभाई है। इस निधन पर कौशल सिंह, बृहस्पति सिंह, घनश्याम सिंह, वीरेंद्र सिंह बघेल, रामेश्वर सोनी, अजय खरे, धीरेश सिंह गहरवार, सुभाष श्रीवास्तव, बृजेन्द्र सिंह, अनूप सिंह, नागेन्द्र सिंह गहरवार, सत्येंद्र तिवारी, कामतेश्वर सिंह, रामबिहारी, प्रशांत सिंह, कामरेड गिरिजेश सेंगर, महेश्वरी त्रिपाठी, डॉ मुजीब खान, डॉ एफए सिद्दीकी, नरेश गुप्त, महेश सिंह, रामशंकर गुप्ता, सुरेंद्र कुमार माला, मृगेन्द्र सिंह बघेल सहित अन्य ने शोक संवेदना व्यक्त की है।