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अमेठी में स्मृति ईरानी ने की प्रियंका गांधी की मिमिक्री

smriti irani

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स्मृति ने कहा कि मैं मोदी के काम पर वोट मांगने आई हूं। यदि काम मोदी की सरकार में हुआ है तो लोग वोट तो मोदी को ही करेंगे न। कोई कांग्रेस को क्यों वोट देगा? टीका लगवाने वाले सभी लोगों से अपील है कि अपने वोट से कांग्रेस को हार का इंजेक्शन लगाएं।

अमेठी से सांसद और बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की मिमिक्री की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नेत्री कहती हैं, बीजेपी क्या करती है? धर्म-धर्म बोलती है, हूं, हूं, हूं। ऐसे-ऐसे होगा। ठीक नहीं किया मोदी ने, हम कीचड़ पर चलकर जाते थे, हूं, हूं, हूं। केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी प्रचार के लिए तिलोई विधानसभा में कार्यक्रम करने​​​ पहुंची थीं। यह वीडियो शुक्रवार 17 मई की देर रात का बताया जा रहा है। प्रियंका और कांग्रेस से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि हमने इतने गांवों में सड़क बनवाई और वो कहती हैं कि कीचड़ में चलकर जाते हैं। क्यों नहीं बनवा ली सड़क?

स्मृति ने कहा कि मैं मोदी के काम पर वोट मांगने आई हूं। यदि काम मोदी की सरकार में हुआ है तो लोग वोट तो मोदी को ही करेंगे न। कोई कांग्रेस को क्यों वोट देगा? टीका लगवाने वाले सभी लोगों से अपील है कि अपने वोट से कांग्रेस को हार का इंजेक्शन लगाएं। स्मृति आगे कहती हैं, हूं, हूं, हूं करने वाली दीदी को बहुत दिक्कत थी तो बनवा लेती सड़क क्यों गईं कीचड़ से। हमने किया है सड़क पर काम। 262 गांवों में पक्की सड़क बनवाई है। जब काम मोदी करेगा तो वोट किसी और को मिलेगा क्या?

हूं-हूं वाली दीदी कहती हैं कि…

अमेठी सांसद ईरानी ने प्रियंका की नकल करते वक्त एक शख्स से कहा- इतना न हंसो, तुम ही फेसबुकिया नहीं हो, हम भी हैं। हम भी देखत हैं। कहती हैं कुछ नहीं किया मोदी ने। हूं, हूं वाली दीदी कहती हैं कि बीजेपी धर्म का इस्तेमाल करती है। हम कब धर्म का इस्तेमाल करते हैं। क्या राम मंदिर बनाकर मोदी ने पाप किया? कांग्रेस पार्टी कहती है हमको वोट मिला तो हम मंदिर निर्माण का निर्णय बदल देंगे। हम कहते हैं भइया सुनो, कांग्रेस पार्टी को बतला दो कि अब हम रहते हैं गौरीगंज में। गौरीगंज में हनुमान गढ़ी में हनुमान जी का मंदिर है। हम कांग्रेस वालों से कहते हैं कि एक काम करो भइया यदि हिम्मत है तो गौरीगंज आकर हनुमान गढ़ी मंदिर की पताका हाथ लगाकर दिखाओ। ईंट से ईंट न बजा दी तो हमारा नाम भी स्मृति ईरानी नहीं।

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