Malwa Express News: यात्रियों ने घर्षण होने पर बाहर देखा तो एसी कोच के पहियों से चिंगारी निकल रही थी. थोड़ी देर में धुआं निकलने लगा. यात्रियों ने ट्रेन मैनेजमेंट को सूचना दी. राऊ के पास ट्रेन को रोका गया. यार्ड से एक्सपर्ट इंजीनियर पहुंचे और फायर स्टिंग्विशर से पहियों पर गैस डाली।
इंदौर में मालवा एक्सप्रेस के पहियों के ब्रेक चिपक गए. चिंगारी के साथ धुआं निकलने लगा. ये देख यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. हालांकि समय रहते धुएं को काबू कर लिया गया. रेलवे एक्सपर्ट का कहना है कि यदि ट्रेन मूल रफ्तार में दौड़ रही होती तो कोच पलट जाते। मालवा एक्सप्रेस महू-इंदौर से वैष्णोदेवी-कटरा के लिए जाती है. रेल अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन महू से इंदौर तक 21 किलोमीटर की दूरी धीरे-धीरे तय करती है. इसी दौरान राजेंद्र नगर के पास ट्रेन के पहिए चिपक गए.
यात्रियों ने घर्षण होने पर बाहर देखा तो एसी कोच के पहियों से चिंगारी निकल रही थी. थोड़ी देर में धुआं निकलने लगा. यात्रियों ने ट्रेन मैनेजमेंट को सूचना दी. राऊ के पास ट्रेन को रोका गया. यार्ड से एक्सपर्ट इंजीनियर पहुंचे और फायर स्टिंग्विशर से पहियों पर गैस डाली। ट्रेन कुछ देर राजेंद्र नगर यार्ड में खड़ी रही. इसके बाद ट्रेन को धीरे-धीरे इंदौर स्टेशन ले जाया गया. लगभग 40 तक रिपेयरिंग के बाद ट्रेन को कटरा रवाना किया गया.
मेंटेनेंस में लापरवाही
रेलवे पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया कि पहिए जाम होने पर स्पार्क होता है. राऊ के स्टेशन मास्टर ने देखा था. राजेंद्र नगर के यार्ड के यहां ब्रेक को रिलीज कर दिया। चेक करने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया. ट्रेन ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट तक रुकी होगी। मेंटेनेंस होता है, चेक करके चलाते हैं. लापरवाही जैसी बात नहीं है.
एमपी में 700 किमी का सफर करती है मालवा एक्सप्रेस
मालवा एक्सप्रेस आधे से ज्यादा मध्यप्रदेश को कवर करते हुए गुजरती है. इनमें इंदौर, उज्जैन ग्वालियर के अलावा देवास, विदिशा, सीहोर, दतिया, मुरैना से गुजरती है. ट्रेन मध्यप्रदेश में लगभग 700 किलोमीटर का सफर तय करती है.