Smart Money Management: यदि आप भी हर महीने सैलरी कमाते हैं और उसे ठीक तरीके से मैनेज नहीं कर पाते तो आज का यह लेख आपके लिए काफी फायदेमंद सिद्ध होने वाला है। आमतौर पर हमने ऐसे कई सारे लोग देखे होंगे जो महीने के अंत तक अपनी पूरी सैलरी खत्म (monthly salary management tips) कर देते हैं और बचत के नाम पर कुछ भी नहीं बचाते। ऐसे लोगों के लिए स्मार्ट मनी मैनेजमेंट बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है। आज के इस लेख में हम आपको सैलरी का समझदारी से इस्तेमाल करना सिखाएंगे जहां हम बताएंगे ऐसा तरीका जो आपको सैलरी बढ़ाने में और उसका सही उपयोग करने में मदद करेगा।

हर महीने बनाएं मनी मैनेजमेंट प्लान(monthly money management plan)
स्मार्ट मनी मैनेजमेंट के लिए सैलरी का सही उपयोग करना बहुत जरूरी है। यदि आप हर महीने सैलरी का एक हिस्सा बचाते हैं और उसे सही जगह निवेश करते हैं तो यह आपको न केवल आर्थिक सुरक्षा देता है बल्कि एक बेहतरीन रिटर्न भी उपलब्ध कराता है। आईए जानते हैं स्मार्ट मनी मैनेजमेंट के कुछ आसान तरीके।
स्मार्ट मनी मैनेजमेंट के लिए क्या करें(benefits of smart money management plan)
पे योरसेल्फ: स्मार्ट मनी मैनेजमेंट के लिए सबसे पहले आपको पे योरसेल्फ (pay yourself)का नियम अपनाना होगा। मतलब सैलरी मिलते ही सबसे पहले एक निश्चित राशि आपको बचत के रूप में अलग रखनी होगी जिसे आप बचत खाते में सेव कर सकते हैं।
बजट बनाएं और उसका पालन करें: बचत के पैसे निकालने के पश्चात अपनी आय और खर्चों का विश्लेषण करें जिसमें से आवश्यक खर्च पहले अलग कर दे। जैसे की किराया ,राशन, बिल इत्यादि और गैर जरूरी खर्चो को अलग कर दें।
जरूरी खर्चो का करें भुगतान: इस लिस्ट में जो जरूरी खर्च थे उनका भुगतान सबसे पहले कर दें जैसे कि किराए का भुगतान, घर के राशन का अरेंजमेंट, जरूरी बिलों का भुगतान, Emi का भुगतान इत्यादि।
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गैर जरूरी खर्चों में कटौती करें: आपके द्वारा बनाई गई लिस्ट में जो गैर जरूरी खर्च हैं उनमें कोशिश करें कि नियंत्रण लाया जाए जैसे की बार-बार बाहर खाना खाने से बचें, महंगी शॉपिंग,ब्रांडेड कपड़े या ऑनलाइन शॉपिंग जैसे खर्चों पर नियंत्रण रखें। कोशिश करें कि डिस्काउंट सेल इत्यादि का उपयोग कर जरूर की वस्तुएं खरीदें।
बचे हुए पैसे को करें इमरजेंसी फंड के लिए तैयार: आपके द्वारा गैर जरूरी खर्चों में कटौती करने के पश्चात यदि कुछ अतिरिक्त रकम बच जाती है तो इसे इमरजेंसी फंड(emergency fund) में निवेश करें ताकि आप अचानक से आने वाले खर्चों के लिए पहले से ही तैयार रहे।
करें निवेश की शुरुआत: इसके बावजूद भी यदि आपके पास में अतिरिक्त रकम बच जाती है तो उसे सेविंग अकाउंट में रखने से बेहतर किसी सही जगह पर निवेश आरंभ करें ताकि आपको टैक्स की छूट भी मिले और भविष्य में बेहतरीन रिटर्न भी प्राप्त हो।