Side Effects of Sweets: त्योहारों का समय आते ही घरों में रौनक बढ़ जाती है। जगह-जगह पर त्योहारों की तैयारियां दिखाई देने लगती हैं। भारत में भी त्योहार की बौछार का मौसम बस आ ही गया है। एक के बाद एक अब पर्व और त्योहार पड़ने वाले हैं और बात हो जब त्योहारों की तो मिठाई और पकवान पीछे कैसे रहेंगे? भारतीय संस्कृति में मुंह मीठा करना शुभ माना जाता है और इसी परंपरा के चलते शुगर/ चीनी का सेवन हमारी आदत बन चुका है। परंतु क्या आप जानते हैं कि इतना शुगर का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए जहर साबित हो सकता है।
त्योहारों पर कम करें मिठाइयो का सेवन
जी हां आधुनिक जीवन शैली में शुगर की खपत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है ऐसे में त्योहारों में मिठाइयों का सेवन हमें गंभीर बीमारियों की ओर धकेल सकता है। ऐसे में भोजन विशेषज्ञ और डॉक्टर भी लगातार चेतावनियां देते हैं कि त्योहारों के समय मिठाइयों का अति सेवन करने से बचें और आज के इस लेख में हम शुगर के ज्यादा सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में ही आपको बताने वाले हैं ताकि आप भी त्योहार के दौरान संतुलित मात्रा में मिठाइयों का सेवन करें और अपने जीवन में इस आर्टिफिशियल मिठास का जहर को घुलने से रोक सके।
ज्यादा मिठाइयों के सेवन से होने वाली बीमारियां
मोटापा और ज्यादा चर्बी: ज्यादा शुगर के सेवन से शरीर में कैलोरी जमा होने लगती है, त्योहारों के समय जब हम ज्यादा मिठाइयां खाते हैं तो वजन तेजी से बढ़ता है। ऐसे में अतिरिक्त कैलरी की वजह से मोटापा और ओबेसिटी जैसी बीमारियां बढ़ने लगती है।
डायबिटीज का डर: ज्यादा मीठे का सेवन इन्सुलिन सेंसटिविटी को समाप्त कर देता है, इंसुलिन असंतुलित होने की वजह से बॉडी में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है और और शरीर इंसुलिन प्रतिरोधी होने लगता है जिसकी वजह से डायबिटीज की बीमारियां भी बढ़ जाती है।
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हृदय रोग की संभावना: ज्यादा शुगर का सेवन बॉडी में ट्राइग्लिसराइड्स और LDL कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाता है जिसकी वजह से हार्ट अटैक का खतरा भी बना रहता है। आमतौर पर मिठाईयां पाम तेल और बहुत सारी शक्कर से बनी होती है जिसकी वजह से यह हार्ट अटैक का खतरा भी मंडराता है।
लीवर पर बोझ: चीनी में भरपूर मात्रा में फ्रुक्टोज होता है जो लीवर पर असर डालता है, ज्यादा शुगर की वजह से लीवर शुगर को फैट में बदलने लगता है और फैटी लिवर जैसे रोग होने लगते हैं इसी की वजह से लीवर की बीमारियां भी सामने आती है।
मानसिक स्वास्थ्य पर असर: शुगर के सेवन से ऊर्जा तो मिलती है परंतु यह अचानक से घटने भी लग जाती है। इसे ही शुगर क्रैश कहा जाता है और इसका सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इससे चिड़चिड़ापन, थकान, डिप्रेशन जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं।