Shriniwas Tiwari 6th Death Anniversary: श्रीयुत श्रीनिवास तिवारीजी के गुजरे हुए आज 6 साल पूरे हो गए। उनसे पाँच साल पहले अर्जुन सिंह जी इहलोक से विदा हुए थे। ये दोनों ही विंध्य की राष्ट्रीय पहचान, इस माटी की आन-बान-शान थे। ये विंध्य की राजनीति के ओर छोर थे।
आज यहां कांग्रेस शून्य बटे सन्नाटा है। गमले में उगे हुए जड़ विहीन लोग विशाल बरगद के बारे में अपने विचार दे रहे हैं। विंंध्य की कांग्रेस में ऐसी रिक्तता कभी नहीं रही। इस सन्नाटे में तिवारीजी आज सभी को रह-रहकर याद आते हैं।
कोई जरूरत मंद जब कांग्रेस के नेताओं की दुत्कार सुनकर लौटता है तो उसे और भी याद आते हैं। वह आसमान की ओर निहारते हुए बुदबुदाता है- काश आज दादा होते।