Shrikrishna Janmashtami Vrat Flahar-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर व्रत करने पर क्या खाएं फलाहार

What to Eat During Krishna Janmashtami Fast, Falahar Importance of Fasting and Falahar – श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत भक्तिभाव और आत्मसंयम का प्रतीक है। इस अवसर पर युवा लड़के-लड़कियां व श्री कृष्ण के भक्तजन, पूरे दिन निर्जल या फलाहार व्रत रखते हैं और रात को भगवान श्री कृष्ण के जन्म के बाद फलाहार ग्रहण करते हैं। व्रत का उद्देश्य न केवल धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि शरीर को हल्का और मन को एकाग्र रखने का भी साधन है। फलाहार ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जो पचने में आसान, ऊर्जा देने वाले और व्रत के नियमों के अनुरूप हों। क्योंकि भक्ति और शक्ति में तालमेल होगा तभी श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को भक्त, पूर्ण आस्था और विश्वास के साथ उत्सव में शामिल हो सकेंगे। यह लेख इसी भावना के मद्देनजर,उन युवाओं के लिए बनाया गया है जो श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2025 पर व्रत करने वाले हैं। वो क्या खाएं ? जिससे उनकी एनर्जी फेस्टिवल इंजॉय करने के लिए बनी रहे आइए जानते हैं।

फल और मेवे-Fruits and Dry Fruits – ताजे मौसमी फल जैसे केला, सेब, अंगूर, अनार, पपीता और तरबूज व्रत में ऊर्जा व विटामिन का उत्तम स्रोत हैं। बादाम, काजू, अखरोट और किशमिश जैसे मेवे तुरंत ताकत देते हैं और शरीर में पोषण का संतुलन बनाए रखते हैं।

डेयरी प्रोडक्ट्स-Dairy Products – दूध, दही, पनीर और छाछ व्रत में शामिल करना लाभकारी है। ये पेट को लंबे समय तक भरे रखते हैं और प्रोटीन, कैल्शियम व मिनरल्स की पूर्ति करते हैं। आप दही के साथ फल मिलाकर स्वादिष्ट फलाहार बना सकते हैं।

साबूदाना-Sago (Sabudana) – साबूदाना हल्का और पचने में आसान होता है। इससे बनी खिचड़ी, वड़ा या खीर व्रत में लोकप्रिय विकल्प हैं। यह कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है जो शरीर को ऊर्जा देता है।

कुट्टू का आटा-Buckwheat Flour – कुट्टू के आटे से बने पूरी, परांठे या चीला व्रत में स्वाद और पेट भरने का संतुलन रखते हैं। इसमें फाइबर, प्रोटीन और मिनरल्स भरपूर होते हैं।

आलू और शकरकंद- Potato and Sweet Potato – उबले या सेंके हुए आलू और शकरकंद व्रत में ऊर्जा देने वाले और पचने में आसान होते हैं। इन्हें सेंधा नमक और नींबू के साथ स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।

राजगीरा (अमरंथ)-Amaranth (Rajgira) – राजगीरा लड्डू, पराठा या खीर व्रत में स्वाद और पोषण का बेहतरीन मेल है। यह कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन से भरपूर होता है।

व्रत के अनाज-Vrat-friendly Grains – समा के चावल (Barnyard Millet) और अन्य व्रत अनाज से बनी खिचड़ी या खीर हल्की और पौष्टिक होती है।

दाल और फलियां-Lentils and Legumes – कुछ क्षेत्रों में मूंग दाल या चना दाल जैसे हल्की फलियां व्रत में मान्य हैं। इनका सेवन प्रोटीन और ऊर्जा देता है।

विशेष – Conclusion – श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत में फलाहार केवल धार्मिक परंपरा का पालन ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और ऊर्जा का भी ध्यान रखता है। संतुलित और पौष्टिक फलाहार से व्रत का अनुभव सुखद और ऊर्जा से भरपूर बनता है, जिससे रात के विशेष पूजन में मन और शरीर दोनों सक्रिय रहते हैं।

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