Site icon SHABD SANCHI

Shivpuri: यशोधरा का चुनाव लड़ने से माना करते ही खड़े हो गये तीन उम्मीदवार

shivpuri-vidhan-sabha-ele

shivpuri-vidhan-sabha-ele

Madhya Pradesh Election: मध्य प्रदेश सरकार की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार करते ही शिवपुरी से भारतीय जनता पार्टी के तीन दावेदार तैयार हो गए हैं. इनमें से दो पूर्व विधायक हैं. हालांकि खेल मंत्री के समर्थक पार्टी के अंतिम निर्णय इंतजार कर रहे हैं. बीजेपी ने अब तक अपने प्रत्याशियों की 3 लिस्ट जारी की हो सकता है की अगली सूचि में पार्टी यशोधरा राजे सिंधिया की जगह शिवपुरी से किसे टिकट देती है, ये फाइनल हो जायेगा।

क्या कहते हैं जानकर

एक्सपर्ट का कहना है कि- ग्वालियर चंबल अंचल में विधानसभा चुनाव के दौरान सीटों की मारामारी के बीच पार्टी शायद ही उनके इस निर्णय को स्वीकार करे। जानकारी के अनुसार संगठन द्वारा उन्हें समझाने का प्रयास भी किया जा रहा है. दूसरी ओर पार्टी नेतृत्व ने यशोधरा से ही उनके विकल्प की जानकारी मांगी है. यशोधरा राजे के इनकार के बाद इस सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव लड़ने की खबरें जोरों पर आ रहीं है. शिवपुरी के स्वघोषित दावेदारों को लेकर यदि केंद्रीय मंत्री सिंधिया की राय ली जाती है, तो वह पूर्व विधायक देवेंद्र जैन की पैरवी कर सकते हैं. वहीं यशोधरा की पसंद पूर्व विधायक माखनलाल राठौर को माना जा रहा है. तीसरे दावेदार डॉ राघवेंद्र शर्मा हैं जो भाजपा के प्रदेश कार्यालय मंत्री हैं. बता दें कि शिवपुरी सीट अभी तक सिंधिया राज परिवार का गढ़ मानी जाती रही है.

जानिए किसकी दावेदारी और क्यों

देवेंद्र जैन

देवेंद्र जैन 1993 में यहां से विधायक (MLA) रह चुके हैं. इसके बाद नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में पराजित होने के बाद कोलारस से विधानसभा का चुनाव जीते थे. वर्तमान में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों में शामिल है.

माखनलाल राठौर

यशोधरा राजे के इनकार के बाद माखनलाल राठौर ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. 2008 में यशोधरा लोकसभा का चुनाव लड़ीं थीं. उस समय कांग्रेस के वीरेंद्र रघुवंशी को हराकर वे विधायक बने, इससे पहले भी नगर पालिका का अध्यक्ष रह चुके हैं.

डॉ राघवेंद्र शर्मा

डॉ राघवेंद्र शर्मा भाजपा के प्रदेश कार्यालय मंत्री हैं. शिवपुरी के मूल निवासी हैं. बाल स्वयंसेवक के रूप में काम शुरू करने वाले राघवेंद्र 10 साल संघ के प्रचारक रहे हैं. उसके बाद प्रदेश के बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष बनाय गए थे.

शिवपुरी विधानसभा का रिकॉर्ड
1977 से शिवपुरी में हुए पिछले 10 चुनावों में यहां से सात बार भाजपा और दो बार कांग्रेस जीती है. 1977 में जनता पार्टी के महावीर प्रसाद जैन जीते थे. यशोधरा राजे सिंधिया यहां से चार बार 1998, 2000, 2013 और 2018 में विधायक रहीं हैं. कांग्रेस के गणेशराम गौतम 1980 से 1985 में जीते थे. 25 साल से शिवपुरी बीजेपी की फिक्स सीट रही है मगर यशोधरा राजे के चुनाव न लड़ने के एलान ने यहाँ कांग्रेस को एक बार फिर से काबिज होने की उम्मीद जगा दी है. यही वजह है कि खेल मंत्री के चुनाव न लड़ने की घोषणा करने के बाद भी भाजपा उन्हें मनाने में लगी हुई है.

शिवपुरी विधानसभा में कुल मतदाता

जाती के आधार पर वोटर्स

Exit mobile version