Raja Raghuvanshi Murder Case: शिलॉन्ग पुलिस अब उस जले हुए बैग से सुराग तलाशेगी, जो सोनम शिलॉन्ग से इंदौर लेकर आई थी। इस जले हुए बैग से जब्त सामान की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। यह भी पता लगाया जाएगा कि बैग के साथ और क्या-क्या जलाया गया। राजा की हत्या के बाद इंदौर लौटी सोनम ने देवास नाका स्थित फ्लैट में यह काला बैग छोड़ा था।
Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलॉन्ग पुलिस अब उस जले हुए बैग से सुराग तलाशेगी, जो सोनम शिलॉन्ग से इंदौर लेकर आई थी। इस जले हुए बैग से जब्त सामान की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। यह भी पता लगाया जाएगा कि बैग के साथ और क्या-क्या जलाया गया। राजा की हत्या के बाद इंदौर लौटी सोनम ने देवास नाका स्थित फ्लैट में यह काला बैग छोड़ा था। शिलॉन्ग पुलिस इस बैग की तलाश में थी। शुक्रवार-शनिवार को पुलिस ने फ्लैट के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे बैग की जानकारी मिली।
इसके बाद पुलिस ने बिल्डिंग के कॉन्ट्रैक्टर शिलोम जेम्स को पकड़ा। बिल्डिंग के गार्ड बलबीर अहिरवार को भी गिरफ्तार किया गया। रविवार रात शिलॉन्ग पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से सात दिन का ट्रांजिट रिमांड मिला। मेघालय पुलिस सोमवार को इन आरोपियों को शिलॉन्ग ले जा सकती है, हालांकि उन्हें किस माध्यम से ले जाया जाएगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
भोपाल भागने की तैयारी में था जेम्स
इंदौर क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार, जब टीम को काले बैग की जानकारी मिली, तो शिलोम जेम्स को बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आया। वह मोबाइल बंद कर भोपाल भागने की तैयारी में था। पुलिस ने उसे तुरंत पकड़ लिया।वहीं, बलबीर अहिरवार को अशोकनगर से गिरफ्तार किया गया। वह मक्का की बुआई के लिए गांव गया था। रविवार सुबह करीब 7 बजे शिलॉन्ग पुलिस अशोकनगर पहुंची और शाढ़ौरा पुलिस की मदद से बलबीर को इंदौर लाया। शिलोम और बलबीर पर सबूत छिपाने में मदद करने का आरोप है।
सिम, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सहित अन्य सामान जलाने की आशंका
रविवार को शिलॉन्ग पुलिस की एसआईटी, इंदौर क्राइम ब्रांच और एफएसएल टीम शिलोम जेम्स को लेकर हरे कृष्णा विहार कॉलोनी पहुंची, जहां उसने खाली प्लॉट में बैग जलाया था। जेम्स ने 10 जून को बैग जलाने की बात कबूली, लेकिन इसकी सत्यता जांच के बाद ही स्पष्ट होगी। पुलिस को शक है कि बैग के साथ सिम, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और अन्य सामान भी जलाया गया। 10 जून को ही मेघालय पुलिस इंदौर से पकड़े गए आरोपियों को शिलॉन्ग ले गई थी।
जब्त अवशेषों की एफएसएल जांच
क्राइम ब्रांच के सूत्रों का कहना है कि जले हुए बैग सहित जब्त सामान की एफएसएल जांच होगी। इससे यह पता चलेगा कि बैग के साथ क्या-क्या जलाया गया और इसे कितने समय पहले जलाया गया।