Shashi Tharoor On Hamas Attack: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने हमास के हमले को आतंकी हमला बताया है. देखा जाए तो Israel-Hamas War को लेकर थरूर का स्टैंड Congres से बिलकुल अलग है.
शशि थरूर हमास मामला: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इसराइल-हमास जंग को लेकर ऐसा बयान दे दिया, जिसे सुनकर कांग्रेस हैरान हो गई और मुस्लिम संगठन ‘महल एम्पावरमेंट मिशन’ (MOM) नाराज हो गया. MEM ने Shashi Tharoor के बयान आने के बाद उन्हें 30 अक्टूबर को तिरुवंतपुरम में होने वाले फिलिस्तीन समर्थित कार्यक्रम की गेस्ट लिस्ट से भी हटा दिया है.
दरअसल, कांग्रेस सांसद थरूर 26 अक्टूबर को कोझिकोड में ‘इंडियन यूनियम मुस्लिम लीग’ (IUML) के कार्यक्रम में चीफ गेस्ट बनकर पहुंचे थे. ये कार्यक्रम Palestine के सपोर्ट में किया गया था. जनता को संबोधित करते हुए थरूर ने इजराइल पर हमास द्वारा किए गए हमले को आतंकी हमला बता दिया।
इसके बाद होना क्या था? फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले, हमास के खिलाफ बातें सुन नाराज हो गए. सोशल मीडिया में Shashi Tharoor को ट्रोल किया जाने लगा. थरूर को लेकर इतनी नफरत फ़ैल गई कि उन्हें सफाई देनी पड़ गई. उन्होंने कहा-
मैं हमेशा से फिलिस्तीन के लोगों के साथ हूं. IUML की रैली में अपने 32 मिनट के भाषण में 25 सेकेंड के हिस्से का प्रचार-प्रचार से सहमत नहीं हूं.
उन्होंने कहा- अगर आप सिर्फ 25 सेकेंड के भाषण से फिलिस्तीनियों के मानवाधिकारों के लिए मेरे सपोर्ट को नज़रअंदाज कर सकते हैं, तो उन्हें कुछ और नहीं कहना है.
थरूर ने हमास को लेकर क्या कहा
शशि थरूर ने IUML के कार्यक्रम में कहा-
7 अक्टूबर को आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया। उन्होंने 1400 लोगों को मार डाला। 200 लोगों को बंधक बना लिया। इसके जवाब में इजराइल अब तक 6000 लोगों को मार चुका है. उन्होंने गाजा की भोजन-पानी और ईंधन की आपूर्ति को रोक दिया है.
हर दिन निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं. अस्पतालों पर बमबारी जारी है. मानवाधिकार का खुलेआम उललंघन हो रहा है. मैं एक बात कहना चाहता हूं, उन आतंकियों ने जब निहत्थे लोगों का नरसंहार किया, तो पूरी दुनिया ने इसकी निंदा की. अब हर कोई इस बमबारी की निंदा कर रहा है. जबकि आतंकी हमले दोनों तरफ से हुए.
थरूर ने फिलिस्तीन का समर्थन किया मगर आतंकी संगठन Hamas को आतंकी कह दिया। यही बात मुस्लिम संगठन ‘महल एम्पावरमेंट मिशन’ (MOM) को बुरी लग गई. ये संगठन Hamas को आतंकी नहीं मानते इनके लिए हमास आजादी की लड़ाई लड़ने वाला संगठन है. भले ही वो महजब के नाम पर बेकसूरों की जान लेता है.