ईरान-इज़राइल युद्ध के कारण बाज़ार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, वहीं चीन का प्रोत्साहन पैकेज भी बाजार (SHARE MARKET DOWN) में गिरावट की वजह बना,,,
शेयर बाजार के आखिरी दिन बड़ी गिरावट देखने को मिली। हफ्ते के कारोबार के आखिरी दिन सेंसेक्स 800 अंक से ज्यादा गिर गया। देखा जाए तो निफ्टी में 200 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई। पूरे हफ्ते के कारोबार के कुल 5 दिनों के कारोबार में सेंसेक्स 4100 अंक से ज्यादा गिरा।
सेंसेक्स 1700 अंक से ज्यादा गिरा
इस गिरावट (SHARE MARKET DOWN) से निवेशकों को करीब 16 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। एक दिन पहले यानी गुरुवार को सेंसेक्स 1700 अंक से ज्यादा गिर गया था। इससे निवेशकों के करीब 10 लाख रुपये डूब गये। जून 2022 के बाद यह पहली बार है कि शेयर बाजार में पूरे हफ्ते गिरावट रही। ईरान-इज़राइल युद्ध के कारण बाज़ार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। वहीं, चीन का प्रोत्साहन पैकेज भी बाजार (SHARE MARKET DOWN) में गिरावट की वजह बना। इसके चलते विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से पैसा निकाला और चीन का रुख किया।
अंतिम दिन भी SHARE MARKET DOWN
शुक्रवार कारोबारी हफ्ते का आखिरी दिन था। इस दिन भी बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स करीब 809 अंक गिरकर 81688 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 235 अंक टूट गया। इस गिरावट के साथ यह 25014 अंक पर बंद हुआ। सबसे ज्यादा गिरावट महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में देखने को मिली। यह शेयर 3.58 फीसदी गिर (SHARE MARKET DOWN) गया। साथ ही बजाज फाइनेंस के शेयरों में भी 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई है।
SHARE MARKET DOWN की वजह
27 सितंबर से 4 अक्टूबर तक 5 कारोबारी दिनों में शेयर बाजार में गिरता ही चला गया। इन 5 दिनों में सेंसेक्स 4148 अंक गिर गया। बीएसई पर सूचीबद्ध शेयरों का मार्केट कैप 15.9 लाख करोड़ रुपये घटकर 461.26 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस तरह से देखा जाए तो निवेशकों को करीब 16 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार तक पिछले चार कारोबारी सत्रों में एफआईआई ने शेयर बाजार (SHARE MARKET DOWN) से करीब 32 हजार करोड़ रुपये निकाले हैं।
चीन ने की कई नई घोषणा
गुरुवार को एफआईआई द्वारा की गई 15,243 करोड़ रुपये की बिक्री विदेशियों द्वारा अब तक की सबसे अधिक एक दिवसीय बिक्री थी। दरअसल, चीन ने विकास को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। इसके बाद मनी मैनेजर चीन में निवेश करने के लिए पूरे एशिया में लंबे पदों को कम कर रहे हैं।