बिहार की “स्वर कोकिला” के नाम से प्रसिद्ध मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का इस मंगलवार को छठ के पहले ही दिन निधन हो गया। 72 वर्ष की शारदा सिन्हा दिल्ली के AIIMS में लंबे समय से कैंसर से लड़ रही थी। उन्होंने 5 नवंबर की रात 9:20 में दम तोड़ दिया। शारदा सिन्हा को बीते दिनों 25 अक्टूबर को तबियत बिगड़ने पर AIIMS के कैंसर सेंटर मेडिकल ऑन्कोलॉजी वार्ड में भर्ती कराया गया था।
मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग की डॉक्टर्स के देख -रेख में उनका इलाज चल रहा था। शारदा सिन्हा की पहचान मैथली और भोजपुरी के लोक गायिका के रूप में थी। बिहार की छठ पूजा उनके गानो को गुनगुनाये के बिना अधूरी मानी जाती है।
आज बुधवार को इंडिगो प्लाइट से उनका पार्थिक शरीर दिल्ली से पटना ले जाया गया है। शारदा सिन्हा के बेटे ने बताया की जहा सवा डेढ़ महीने पहले उनके पिता जी अंतिम संस्कार हुआ था ठीक वही उनकी माँ का भी अंतिम संस्कार किया जायेगा। दोपहर के बाद पटना में उनके पार्थिक शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जायेगा। उसके पश्चात कल यानी गुरुवार को सुबह करीब 8:00 बजे गुलाबी घाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा। उनके अंतिम संस्कार में कई पार्टियों के नेता भी श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे।
नरेंद्र मोदी ने जताई हमदर्दी :
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा से फ़ोन पर बात करते हुए शारदा सिन्हा के तबियत की ख़बर ली थी उस वक्त वह वेंटिलेटर में थी प्रधान मंत्री ने उन्हें हौसला देते हुआ कहा था की उनकी माँ जल्दी ठीक हो जाएँगी। हलाकि ,उन्हें अब बचाया नहीं जा सका वो अब इस दुनिया में नहीं रहीं। ऐसे में प्रधान मंत्री ने अपने X हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा “प्रशिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुःख हुआ है। उनके गाये मैथली और भोजपुरी के लोकगीत पछिले कई दशकों से लोकप्रिय रहें हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूँज सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक के इस घड़ी में मेरी संवेदनाये उनके परिजनों और प्रशंकों के साथ हैं ॐ शांति।
बॉलीवुड के कई फ़िल्मो के लिए गया था गाना :
वैसे तो शारदा सिन्हा ने हिंदी में कम ही गाने गए है लेकिन जितने गाने गए है लोगो के द्वारा उन गानो खूब प्यार दिया गया है। उनके द्वारा गए गानो को आज भी लोग गुनगुनाना नहीं भूलते है। सलमान खान और भाग्य श्री की सुपर हिट फ़िल्म “मैने प्यार किया ” में गाने “कहे तोसे सजना तोहरी सजनिया” को आज भी लोगो के द्वारा खूब गुनगुनाया जाता है। आप को जान के हैरानी होगी इस गाने को गाने के लिए शारदा सिन्हा ने महज 76 रूपए फीस मिली थी। उसके पश्चात सलमान खान की दूसरी सुपर हिट फ़िल्म “हम आपके हैं कौन ” का गाना “बाबुल जो तूने सिखाया ” भी उन्हीं के द्वारा गाया गया था। इस गाने को भी लोगो द्वारा खूब पसंद किया गया था। इन दोनों गानो को गाने के बाद शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड से दूरी बना ली थी। काफी लंबे समय के पश्चात 2012 में रिलीज़ हुई फ़िल्म ” गैंग्स ऑफ़ वासेपुर ” में “तार बिजली से पतले हमारे पिया ” को उन्होंने ही गाया था। इस गाने को भी लोगो द्वारा खूब प्यार मिला। उसके बाद एक मशहूर वेब सीरीज़ “महारानी” में “निरमोहिया” गाने को भी बखूबी गया था हुए बाकी सारे गानो की तरह उनके इस गाने को जनता के द्वारा खूब पसंद किया गाया।
अचानक मिला था बॉलीवुड से ऑफर :
एक इंटरव्यू में शारदा सिन्हा ने बात चीत करते हुए बताया था की कैसे उन्हें अचानक से बॉलीवुड से आगे से ऑफर आया था। उन्होंने बताते हुए कहा की ” वर्ष 1988 में एक भोजपुरी फ़िल्म “भाई ” के गाने को रिकॉर्ड करने के लिए वो मुंबई गई हुई थी। जहा वह गाने का रिकॉर्डिंग देने गयी थी ठीक उसी के बगल में राजश्री प्रोडक्शन का ऑफिस था। उस समय मेरे गाने काफी प्रचलित हो चुके थे।
साल 1983 में मेने मैथली कोकिल विद्यापति के लिए एक श्रद्धांजलि गीत गया था। यह एक तरीके का क्लासिकल लोक गीत था,और यह गीत तारा चंद्र वड़ताज्य जी को खूब पसंद हुआ करता था। जब उन्हें यह जानकारी मिली में मुंबई आई हुई हूँ तो उन्होंने मुझे मिलने के लिए बुलाया। जब में मुंबई में उनसे मिली तो उन्होंने मुझे मेरे गाने के लिए ढेर सारी बधाईयाँ दी और उसके बाद उन्होंने फ़िल्म “मेने प्यार किया ” के गाने “कहे तोसे सजना तोहरी सजनिया ” का ऑफर मेरे समक्ष रखा था”.
बॉलीवुड में काम करना मेरा सौभाग्य था :
आगे शारदा सिन्हा कहती हैं की : “फ़िल्म “मैने प्यार किया ” में अधिकतर गाने लता जी द्वारा गाए गए थे। जिस फ़िल्म को लता जी ने अपनी आवाज़ दी उस फ़िल्म के लिए मेरे लिए सौभाग्य की बात थी। इस गाने के बाद मैंने बॉलीवुड में कई अन्य गाने भी गए हैं। “बाबुल जो तुमने सिखाया ” और “बिजली से पतले हमारे पिया ” ये बॉलीवुड के कुछ ऐसे गाने जो लोगो द्वारा खूब पसंद किए जाते हैं। बॉलीवुड से मेरे ऐसे संबंध है की जब भी उन्हें ये लगता है इस गाने को मेरी आवाज़ की आवश्यकता है तो मुझे वहा से बुलावा आ जाता है “