हनुमना। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के हनुमना नगर स्थित रामानुज आयुर्वेदिक औषधालय में शरद पूर्णिमा पर्व मनाया जाएगा। यहां विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी स्वांस-दमा-अस्थमा इस्नोफीलिया पुरानी खांसी जैसी भयंकर बीमारी की चमत्कारी दवा निःशुल्क दी जाएगी। जिसके एक ही खुराक के दवा सेवन और परहेज मात्र से भगवत कृपा से उपरोक्त रोग दूर हो जाते हैं। शरद पूर्णिमा की तैयारी दवा को लेकर यह जानकारी देते हुए व्यवस्थापक संपतदास गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष भी 6 अक्टूबर सोमवार को शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। हनुमना नगर स्थित रामानुज आयुर्वेदिक औषधालय में रात्रि में निःशुल्क दवा वितरित की जाएगी।
93 वर्षीय वैद्य सरयू प्रसाद देते है यह दवा
शरद पूर्णिमा और दवाई को लेकर जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि उपरोक्त चमत्कारिक दवा रामानुज आयुर्वेदिक औषधालय के संस्थापक प्रख्यात नाड़ी विशेषज्ञ तथा लोकतंत्र सेनानी सरयू प्रसाद वैद्य के द्वारा 7 दशकों से दी जा रही हैं। पीड़ित मानवता की सोच को लेकर उन्होने अपने गुरू माधवाचार्य महाराज से यह ज्ञान प्राप्त किया था और वे लोगो को दवा दे रहे है। हजारों रोगी यहां प्रतिवर्ष दवा लेने के लिए पहुचते है। ज्ञात हो कि वैद्य सरयू प्रसाद नाड़ी का परीक्षण करके बीमारी की जानकारी लेते है। उन्हे नाड़ी का काफी ज्ञान है, यही वजह है कि ऐसे तमाम जाने माने लोग वैद्य जी से नाड़ी का परीक्षण कराने के लिए पहुचते है और वे नाड़ी का परीक्षण करके बीमारी की जानकारी और दवा देते है।
जड़ी बूटियों से तैयार होती है दवा
बताया जा रहा है कि शरद पूर्णिमा पर्व पर बीमारों को दी जाने वाली औषधी के लिए शुभ मुहूर्त गुरुपुख्य नक्षत्र यानि की 18 सिंतबर से जड़ी बूटिया एकत्रित करके दवाई तैयार की जा रही है। जिससे स्वांस-दमा-अस्थमा इस्नोफीलिया पुरानी खांसी के यहां पहुचने वाले बीमार मरीजों को दवा दी जा सकें।