Maharashtra Election 2024, Sharad Pawar : महाराष्ट्र के पुणे जिले के बारामती हेलीपैड पर रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के बैग की तलाशी ली गई। पवार सोलापुर में एक चुनावी रैली में शामिल होने जा रहे थे, इस दौरान चुनाव कर्मियों ने उनके बैग की तलाशी ली। इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है और विपक्षी नेताओं ने चुनाव अधिकारियों की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। आपको बता दें कि राज्य में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान है और आदर्श आचार संहिता लागू है।
तलाशी के बाद रवाना हुए Sharad Pawar
शरद पवार के सहयोगी ने बताया कि शरद पवार सोलापुर के करमाला में एक चुनावी रैली में शामिल होने वाले थे। जब वे बारामती हेलीपैड पर पहुंचे तो उनके बैग की तलाशी ली गई। तलाशी के बाद पवार साहब हेलीकॉप्टर में सवार होकर रैली के लिए रवाना हो गए। वहीं शनिवार को अमरावती जिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बैग की भी तलाशी ली गई, जिससे इस तरह की कार्रवाई पर और सवाल उठ रहे हैं। राज्य की पूर्व मंत्री और तेओसा से कांग्रेस विधायक यशोमति ठाकुर ने चुनाव अधिकारियों की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।
क्या प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के बैग की तलाशी ली जा रही है?
शिवसेना (यूटीवी) नेता उद्धव ठाकरे ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया और चुनाव अधिकारियों से पूछा, “क्या प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री शाह, मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस के बैग की भी तलाशी ली जा रही है?” ठाकरे ने इस संदर्भ में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दिखाया गया कि चुनाव अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की।
भाजपा सभी नियमो का करती है पालन। Maharashtra Election 2024
राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान बैग की जांच को लेकर राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने अपनी ओर से स्पष्ट किया है कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में विश्वास करती है और सभी चुनावी प्रोटोकॉल का पालन करती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करके कहा, “भाजपा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में विश्वास करती है और हम हर नियम का पालन करते हैं।
जांच के मुद्दे पर राजनीति गरमा गई। Maharashtra Election 2024
फिलहाल, कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें चुनाव अधिकारी शाह, मुख्यमंत्री शिंदे, उपमुख्यमंत्री फडणवीस और अजित पवार जैसे महाराष्ट्र के अन्य नेताओं के बैग की जांच करते नजर आ रहे हैं। इस मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है और विपक्षी दलों ने इसे चुनाव-पक्षपाती कार्रवाई करार दिया है।।