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Shankar Mahadevan Birthday, Awards, Records | ‘Breathless’ गाने से शंकर महादेवन को मिली थी पहचान

Shankar Mahadevan Birthday, Awards, Records

Shankar Mahadevan Birthday, Awards, Records

Shankar Mahadevan Birthday, Awards, Records In Hindi: शंकर महादेवन एक भारतीय संगीतकार और गायक हैं। शंकर महादेवन एक ट्राईओ ग्रुप का हिस्सा भी है। जिसमें शंकर,एहसान और लॉय एक तिकड़ी के रूप में शामिल हैं। शंकर महादेवन को चार बार राष्ट्रीय पुरूस्कार मिला जिसमें तीन बार बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर और एक बार बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के लिए अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। 2015 में, मराठी फ़िल्म कटयार कलजात घुसली में वो एक अभिनेता के रूप में पहली बार अभिनय करते नजर आये थे,जो कि 1960 के दशक के प्रसिद्ध नाटक का रूपांतर था।

Shankar Mahadevan Story In Hindi

शंकर महादेवन का जन्म चेंबूर, मुंबई में केरल के पलक्कड़ से आ कर बसे एक तमिल परिवार में हुआ था। उन्होंने बचपन से ही हिन्दुस्तानी और कर्नाटक संगीत सीखना आरम्भ कर दिया था, और पांच साल की उम्र में ही वीणा बजाना शुरू कर दिया था। महादेवन ने प्रसिद्ध मराठी संगीतकार पंडित श्रीनिवास खले और टीआर बालमणि से संगीत की शिक्षा ली। महादेवन ने अपनी शुरूआती पढ़ाई चेम्बूर के ओएलपीएस स्कूल से की। उसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया। लेकिन संगीत से लगाव बरक़रार रहा।

उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1998 के एल्बम ब्रेथलेस से की, जिसमे उन्होंने एक सांस में गीत गया था,उनका ये एल्बम काफ़ी प्रसिद्ध हुआ ,साथ ही इस एल्बम के जरिये उन्हें हिंदी सिनेमा में पहचाना जाने लगा। कर्नाटक, हिंदुस्तानी और जैज़ के मिश्रण से महादेवन एक इंडिपॉप स्टार के रूप में मशहूर हुए। महादेवन को उनका पहला नेशनल पुरुस्कार ए.आर रहमान के साथ तमिल मूवी कांदोकंदनीं-कांदोकंदनीं के लिए मिला था। दूरदर्शन के स्कूल चले हम अभियान का निर्देशन महादेवन ने किया था।

सिंगर होने के अलावा शंकर एक बेहतरीन म्यूजिक कंपोजर भी हैं। शंकर ने हिंदी के साथ ही तमिल, तेलुगू, मराठी, कन्नड़ की फिल्मों में अपनी आवाज दी है। छोटी सी ही उम्र में उन्होंने संगीत की दुनिया में कदम रख दिया था। आप कई म्यूजिकल रियलिटी शो में बतौर जज भी नजर आ चुके हैं। साल 2011 में महादेवन ने शंकर महादेवन ऑनलाइन अकेडमी की शुरुआत की। इस ऑनलाइन अकेडमी के जरिये शंकर दुनिया भर के छात्रों को संगीत की शिक्षा देते हैं। अब आते हैं उनके पुरस्कारों की फ़ेहरिस्त की तरफ जो उनके योगदान की तरह ही बहुत लंबी है, और बढ़ती भी जायेगी हम ऐसी कामना करते हैं:

सन 2000 को सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार

आखिर में शंकर एहसान लॉय का संगीत बद्ध किया फिल्म राज़ी का गीत हम याद दिलाना चाहेंगे मुड़ के न देखो दिलबरो ,और दुआ करेंगे कि बस वो ऐसे ही बढ़ते जाए , हमें अपने दिलकश गीत संगीत से
लुत्फ अंदोज़ करते रहें।

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