मध्यप्रदेश के रीवा जिले के छोटे से गांव गढ़वा से निकले शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने खुद को इतना घिसा कि चमक उठे. नागालैंड स्ट्रांग मैन चैम्पियनशिप जीतकर अब शैलेन्द्र हरियाणा में होने वाले चैम्पियनशिप की तैयारी में जुट गए हैं.
मध्यप्रदेश के रीवा में होनहारों की कमीं नहीं है. कमी है तो सिर्फ उनके टैलेंट को पहचानने वालों की. लेकिन प्रतिभावान किसी पहचान के मोहताज नहीं होते हैं. वो अपनी प्रतिभा की चमक हर जगह बिखेर ही देते हैं. ऐसे ही रीवा के एक होनहार की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं जिनका नाम है शैलेन्द्र प्रताप सिंह। इनका जन्म रीवा जिले नौबस्ता के पास ग्राम गढ़वा में हुआ. हाल ही में शैलेन्द्र ने ‘National Strongman India League’ नागालैंड के दीमापुर शहर में 75 किलो वेट लिफ्टिंग में ख़िताब जीतकर पहला स्थान हासिल किया और ट्रॉफी भी अपने नाम हासिल की। बता दें कि शैलेन्द्र मध्यप्रदेश को प्रजेंट कर रहे थे, जिसमें उन्होंने रीवा के साथ पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया।
तीन इवेंट में हुई थी प्रतिष्पर्धा
शैलेन्द्र ने शब्दसाँची को बताया कि नागालैंड में होने वाली यह Championship तीन स्टेप हुई जिसमें पहला क्रूसीफिक्स, दूसरा डक वाक एंड टायर फ्लिप और तीसरा मल्टी डेड लिफ्ट। इन तीनो स्टेप को उन्होंने पार किया। कुल 15 में 15 पॉइंट हासिल कर उन्होंने यह खिताब अपने नाम किया साथ ही Strongman of India भी बने.
कैसे शुरू हुआ Strongman का सफर?
27 वर्षीय शैलेन्द्र ने बताया कि अपनी स्कूली शिक्षा सरस्वती स्कूल चाणक्यपुरी रीवा से हासिल की. इसके बाद भोपाल से उन्होंने ग्रेजुएशन किया। वहीं उन्होंने अक्टूबर 2018 में होने वाले स्ट्रांगमैन इंडिया लीग आयोजन देखा। वहीं से उन्होंने इसमें भाग लेने का सपना देखा कि 2019 में होने वाली इस चैम्पियनशिप में उन्हें शामिल होना है. फिर क्या शैलेन्द्र अपनी तैयारी में जुट गए और इंदौर के IIM में ‘स्ट्रांगमैन इंडिया लीग 2019’ में उन्होंने हिस्सा लिया।
इतना ही नहीं यह ख़िताब भी उन्होंने अपने नाम किया। फिर शैलेन्द्र ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार उन्होंने नेशनल लेवल के तीन काम्पिटिशन में हिस्सा लिया और तीनों ट्रॉफी जीतकर प्रथम स्थान हासिल किया। 75 किलो की वेट कैटेगरी में शैलेन्द्र पहले नंबर पर तो रहे ही साथ ही Strongestman भी रहे. इसके पहले भी उन्होंने स्टेट लेवल काम्पिटिशन में 15 गोल्ड मैडल जीता। साथ ही कई कांस्य और रजत पदक भी अपने नाम किया।
अनुशासन के बिना कुछ आसान नहीं होता
शैलेन्द्र ने बताया कि इस चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए उन्होंने पूरी लगन के मेहनत करते रहे. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 3 घंटे जिम में पसीना बहाने के बाद अच्छी डाइट और प्रोटीन का भी ध्यान रखा. लेकिन इन सबके अलावा अनुशासन का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरुरी है. बिना इसके कुछ भी संभव नहीं नहीं है.
शैलेन्द्र ने बताए खेल के नियम
शैलेन्द्र ने कहा कि इस गेम में स्ट्रेंथ, स्टेमिना, पावर को ध्यान में रखकर हैवी वेट लिफ्टिंग करना, हैवी वेट लेकर दौड़ना आदि शामिल होता है. साथ ही खिलाड़ी को अपनी टाइमिंग को ध्यान में रखकर ही खेलना होता है. क्योंकि दिए गए समय में वजन उठाना और उसे नीचे रखना पड़ता है.
अब हरियाणा में दिखाएंगे अपना दम
इस ट्रॉफी को जीतने के बाद शैलेन्द्र ने बताया कि अब अगला काम्पिटिशन हरियाणा में अगले माह दिसंबर में होने वाला है जिसमें वो भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि मै पूरी मेहनत के साथ अपनी तैयारी में लगा हूं. उम्मीद है कि ये ट्रॉफी भी मै अपने नाम करुंगा