Best Bangal : आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता की घटना को लेकर पूरे बंगाल में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच राज्य के कई अन्य सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में यौन उत्पीड़न के मामले सामने आए हैं। हावड़ा जिला अस्पताल के एक लैब टेक्नीशियन पर किशोरी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है।
वहीं, बीरभूम जिले के इलमबाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक मरीज ने स्ट्रेचर पर लेटे हुए नर्स का यौन उत्पीड़न किया। इसके अलावा उत्तर 24 परगना जिले के मध्यमग्राम इलाके में 10 वर्षीय किशोरी का यौन उत्पीड़न करने की घटना सामने आई है।
लैब टेक्नीशियन ने किशोरी से छेड़छाड़ की।
सीने में दर्द की शिकायत के साथ हावड़ा जिला अस्पताल में भर्ती किशोरी ने लैब टेक्नीशियन पर सीटी स्कैन के दौरान यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। हावड़ा थाने की पुलिस ने शिकायत के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
अस्पताल प्रशासन ने भी मामले की अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि आरोपी की नियुक्ति अनुबंध के आधार पर की गई थी। उधर, इलमबाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लाए गए एक मरीज के साथ शनिवार रात नर्स ने यौन उत्पीड़न किया।
पीड़िता ने बताया कि वह मरीज को लाइन पर लगाने के लिए स्ट्रेचर पर ले जा रही थी, उसी समय मरीज ने उसे गलत तरीके से छुआ। जब उसने विरोध किया तो मरीज ने उसके साथ गाली-गलौज की। यह पूरी घटना मरीज के परिजनों के सामने हुई। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
भीड़ ने आरोपी के घर में तोड़फोड़ की।
दूसरी ओर, मध्यमग्राम के राजबाड़ी में किशोरी से यौन उत्पीड़न के आरोप में भीड़ ने स्थानीय पंचायत सदस्य के घर में तोड़फोड़ की। खबर पाकर जब पुलिस वहां पहुंची तो आक्रोशित लोगों की उनसे भी झड़प हो गई। स्थिति सामान्य करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। आंसू गैस के गोले भी दागे गए। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
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