Vindhya: रीवा में फिर मिला गोवंश का कटा सिर

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Severed head of cow found again in Rewa: पुलिस के मुताबिक स्थानीय लोगों को भी इस बात की जानकारी नहीं है कि गौवंश का कटा सिर सड़क पर कहां से आया। वहीं अखिल भारतीय गौ सेवक समिति ने पूरे मामले में नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने स्थानीय लोगों के बयान दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

Severed head of cow found again in Rewa: रीवा में एक बार फिर गोवंश का कटा सिर मिला है। मामला रीवा के गुढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम चौड़ियार का है। जहां ग्रामीणों के मुताबिक गुरुवार 8 अगस्त को चौड़ियार के भैरव बाबा मंदिर मार्ग पर एक गौवंश का कटा सिर पड़ा हुआ था। जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा गौ सेवा समिति से जुड़े लोगों को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस के मुताबिक स्थानीय लोगों को भी इस बात की जानकारी नहीं है कि गौवंश का कटा सिर सड़क पर कहां से आया। वहीं अखिल भारतीय गौ सेवक समिति ने पूरे मामले में नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने स्थानीय लोगों के बयान दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

डीएसपी हिमाली पाठक ने बताया कि ग्रामीणों के हवाले से सूचना मिली थी कि बछड़े का कटा सिर सड़क पर पड़ा हुआ है। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। बता दें कि कुछ दिन पहले भी रीवा के गुढ़ थाना अंतर्गत हरदी गांव में गोवंश का कटा हुआ सिर मिला था। जिसके बाद हिंदू संगठन के लोगों ने नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की थी। साथ ही आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी ना होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।

इससे पहले भी हो चुकी है ऐसी वारदात

इससे पहले भी गोवंश की हत्या संबंधी वारदात शहर में चुकी है. जिसके हिंदू संगठनों ने कार्यकर्ताओं ने शहर के अस्पताल चौराहे में धरना देकर इसका विरोध जताया था. पुलिस द्वारा मिले आश्वासन के बाद विरोध शांत कराया गया. बता दें कि बीते माह जुलाई में बिछिया स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर के पीछे स्थित नाले में गाय का कटा हुआ सिर मिला था. जिसको लेकर हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जमकर इसका विरोध किया था. संगठन के पदाधिकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं लेकिन पुलिस इस पर अंकुश नहीं लगा पा रही है. यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो हम उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

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