Winter Session Of Lok Sabha: हर साल नवंबर के मध्य से दिसंबर के मध्य तक संसद का शीतकालीन सत्र आयोजित किया जाता है। इसबार भी 4 दिसंबर 2023 को संसद के शीतकालीन सत्र का शुरुआत किया गया। संसद के शीतकालीन सत्र के सातवें मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों से नियुक्त बिल राज्यसभा में लाया जायेगा। इसमें चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कैबिनेट मंत्री का पैनल करेगा. पैनल में चीफ जस्टिस के जगह कैबिनेट मंत्री को लाया गया था, जो काफी विवाद का कारण बन गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,विपक्ष और पूर्व चुनाव आयुक्तों के विरोध को देखते हुए सरकार बिल में बदलाव करना चाहती है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले में क्या हुआ था?
मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर हाईकोर्ट ने मार्च में कहा था कि इनकी नियुक्ति करने वाले वाले पैनल में प्रधानमंत्री, विपक्षी नेता और चीफ जस्टिस होंगे। अगर लोकसभा में विपक्ष के नहीं रहते हैं तो विपक्षी पार्टी का नेता होना चाहिए। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि कॉलेजियम जैसा सिस्टम रहेगा, ताकि पारदर्शिता बना रहे।
अमित शाह ने विपक्ष को दी चेतावनी
राज्यसभा में चल रही बहस के दौरान अमित शाह ने धारा 370 हटाने का प्रस्ताव रख कर विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि गलती किसी से भी हो सकती है। वापस लौट आइए, इसी में भलाई है। कांग्रेस का क्या वो तो अब भी 370 हटाने के फैसले को गलत बता रही है. कांग्रेस कभी भी अच्छे काम का समर्थन नहीं करती है। वहीं संसद में पुरे दिन बिल पर बहस के बाद विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत बोल दिया।
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4 से 22 दिसंबर तक चलेगा शीतकालीन सत्र
4 दिसंबर से शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र(Winter Session Of Lok Sabha) जो 22 दिसंबर तक चलेगा। जिसमे सत्र की 6 दिन की कार्यवाही पूरी हो चुकी है। इस सत्र में कुल 15 बैठकें होनी है। इन बैठकों के दौरान IPC, CRPC और एविडेंट एक्ट के प्रावधानों में बदलाव पर बात होनी है. इस बार का यह 17वीं लोकसभा का 14वां सत्र है.
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन 4 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भवन पहुंचते ही NDA के सांसदों ने खूब जोदार स्वागत किया। सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष से कहा कि बाहर मिली हार का गुस्सा सदन में मत नहीं निकलना चाहिए।
दूसरे दिन 5 दिसंबर को लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर आरक्षण संशोधन बिल पेश कर, चर्चा के दौरान DMK सांसद डॉ. सेंथिल कुमार ने कहा था कि बीजेपी की ताकत केवल हिंदी बेल्ट जीतने में ही है, जिन्हे हम बोलचाल के भाषा में गोमुत्र राज्य कहते हैं।
तीसरे दिन 6 दिसंबर को सभा में अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) बिल और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) बिल पास हो गए थे। सदन में चर्चा के दौरान अमित शाह ने जवाहर लाल नेहरू को कोट किया था। गृह मंत्री ने कहा- ‘नेहरू ने शेख अब्दुल्ला को लिखा था कि कश्मीर मुद्दा यूएन ले जाना गलती थी
चौथे दिन 7 दिसंबर को लोकसभा में सेंट्रल यूनिवर्सिटी अमेंडमेंट बिल 2023 पास हो गया था। इस बीच भाजपा संसद रमेश बिधूड़ी ने संसदीय समिति से माफी मांगी और सत्र के दौरान बिधूड़ी ने सपा सांसद दानिश अली को ले कर कुछ अपमानजनक टिप्पड़ी की थी
संसद में पांचवे दिन महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप में पहले एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को मध्य नजर रखते हुए, निष्कासन प्रस्ताव पेश किया गया। वोटिंग के बाद महुआ मोइत्रा की लोकसभा से सदयस्ता रद्द कर दी गई. वहीं महुआ मोइत्रा के खिलाफ वोटिंग होते ही विपक्ष ने बायॅकाट बोल दिया था।
छठे दिन गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर आरक्षण और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2023 पेश किए इसी दिन सुप्रीम कोर्ट ने 370 हटाने के खिलाफ लगाई याचिकाओं पर फैसला सुनाया, जिस पर विपक्ष पार्टी ने दोनों सदन में काफी हंगामा का माहौल बना दिया। इसके बाद बिलों पर वोटिंग हुई और दोनों बिल राज्यसभा से भी पास हो गए।
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