Series of administrative lapses in Satna: सतना जिले में प्रशासनिक लापरवाही के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं, जो लोगों को हैरान कर रहे हैं। ताजा मामला उचेहरा तहसील के अमदरी गांव का है, जहां संदीप कुमार नामदेव का आय प्रमाण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस प्रमाण पत्र में उनकी सालाना आय शून्य रुपये दर्ज की गई थी। यह प्रमाण पत्र 7 अप्रैल 2025 को जारी हुआ था और सोमवार को सामने आने के बाद चर्चा का विषय बन गया।
परियोजना अधिकारी रविकांत शर्मा ने इस मामले पर सफाई देते हुए बताया कि त्रुटि का पता चलते ही 20 जुलाई को संदीप का पुराना आय प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया। इसके बाद उन्हें 40 हजार रुपये सालाना आय वाला नया प्रमाण पत्र जारी किया गया। हालांकि, यह पहला मामला नहीं है। दो दिन पहले ही कोठी तहसील के नयागांव निवासी रामस्वरूप का आय प्रमाण पत्र भी वायरल हुआ था, जिसमें उनकी सालाना आय मात्र 3 रुपये दर्शाई गई थी। इस गलती को सुधारते हुए प्रशासन ने उनकी आय 30 हजार रुपये वाला नया प्रमाण पत्र जारी किया।
इन लगातार गलतियों ने जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी त्रुटियां न केवल प्रशासन की लापरवाही को दर्शाती हैं, बल्कि आम नागरिकों को भी परेशानी में डालती हैं। कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ऑपरेटरों की ट्रेनिंग और सिस्टम में सुधार के निर्देश दिए हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल इन प्रमाण पत्रों ने पूरे प्रदेश में सतना प्रशासन की किरकिरी कराई है।
स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि ऐसी गलतियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की शर्मनाक स्थिति से बचा जा सके। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और ऐसी त्रुटियां दोबारा न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।