Sensational revelation of loot from project officer: रीवा जिले के मनगवां थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए परियोजना अधिकारी दीपक मिश्रा के साथ हुई लूट की सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ और प्रयागराज से चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लूटा गया सामान, घटना में प्रयुक्त ब्रेजा कार और भारी मात्रा में अवैध हथियार भी जब्त किए गए हैं।
क्या थी वारदात?
यह घटना 11 अक्टूबर 2025 की रात करीब 10:30 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-30) पर ग्राम समान नहर के पास हुई थी। परियोजना अधिकारी दीपक मिश्रा (46), जो अपनी मारुति सुजुकी एस-क्रॉस (MP18ZB6343) से जबलपुर से त्योंथर जा रहे थे, तभी बिना नंबर की एक लाल ब्रेजा कार में सवार चार अज्ञात बदमाशों ने उन्हें रोका। हथियार (पिस्टल और कट्टा) दिखाकर उन्होंने अधिकारी से लूटपाट की।
पुलिस ने किया खुलासा
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (देहात) संदीप मिश्रा और अनुविभागीय अधिकारी प्रतिभा शर्मा के मार्गदर्शन में मनगवां थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह धाकड़ ने एक विशेष टीम का गठन किया। अथक प्रयास और प्रभावी रणनीति के दम पर पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ और प्रयागराज से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी और बरामदगी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नौशाद अहमद (21), मो. फैजान (20), गुलजार उर्फ रिजवान खान (20) और दिलशाद अली (28) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटा गया नगदी, मोबाइल, कार की चाबी, आधार कार्ड, एटीएम, और ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया है। इसके अलावा, घटना में प्रयुक्त ब्रेजा कार, एक देशी पिस्टल, दो कट्टा और 16 जिंदा कारतूस जैसे अवैध हथियार भी जब्त किए गए हैं।
आगे की कार्रवाई
आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उनके खिलाफ अपराध क्रमांक 526/25, धारा 309(4), 309(6) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है, ताकि उनकी अन्य आपराधिक गतिविधियों और गिरोह के संभावित नेटवर्क का पता लगाया जा सके। पुलिस की इस त्वरित और सफल कार्रवाई ने क्षेत्र में अपराधियों के हौसले पस्त किए हैं और नागरिकों में सुरक्षा का विश्वास बढ़ाया है।
