Indore News: पुलिस ने आधा दर्जन महिलाओं और उनके साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है। शिकायतकर्ता रितेश व्यास, जो आजाद नगर का रहने वाला है और ऑटो पार्ट्स की दुकान में काम करता है, ने पुलिस को इस साजिश की जानकारी दी।
Indore Hindi News: इंदौर के रावजी बाजार थाना क्षेत्र में बच्चा बेचने की आशंका में पुलिस ने आधा दर्जन महिलाओं और उनके साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है। शिकायतकर्ता रितेश व्यास, जो आजाद नगर का रहने वाला है और ऑटो पार्ट्स की दुकान में काम करता है, ने पुलिस को इस साजिश की जानकारी दी। पुलिस ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की।
बच्चा गोद लेने के बहाने डील, शक होने पर खुला राज
लगभग छह महीने पहले रितेश की मुलाकात मूसाखेड़ी चौराहे पर प्रमिला (पति अविनाश साहू, मयूर नगर) और वंदना (पति राजू मकवाना, टॉवर चौराहा) से हुई थी। दोनों ने खुद को बुजुर्गों के लिए केयर सेंटर चलाने वाली बताया। बाद में कई मुलाकातों के दौरान उन्होंने रितेश को बताया कि वे नि:संतान दंपतियों को बच्चे दिलाने का काम करती हैं। रितेश को उन पर शक हुआ, क्योंकि उसे पता चला कि दोनों पहले हीरानगर थाना क्षेत्र में बच्चा बेचने के मामले में जेल जा चुकी हैं।
रितेश ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पुलिस से संपर्क किया और बच्चा गोद लेने के बहाने डील की। 4 अगस्त को अग्रसेन चौराहे पर प्रमिला और वंदना ने रितेश से राजू, प्रिया और बच्चे की मां सोनू बेन का परिचय कराया। सोनू की गोद में डेढ़ माह का बच्चा था। दोनों ने बताया कि सोनू आर्थिक तंगी के कारण बच्चा देना चाहती है। रितेश ने मौका देखकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया।
10 लाख की डील, सोनू को सिर्फ 4 लाख देने की बात
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि प्रमिला और वंदना ने बच्चे के लिए 10 लाख रुपये की डील की थी, लेकिन सोनू को सिर्फ 4 लाख रुपये देने की बात कही गई थी। आर्थिक रूप से कमजोर सोनू इस डील के लिए राजी हो गई थी।
सोनू की दर्दनाक कहानी
सोनू गुजरात की रहने वाली है। 2022 में उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया था। इसके बाद वह उज्जैन आ गई, जहां एक युवक ने उसे प्रेमजाल में फंसाकर धोखा दिया। सोनू को पहले पति से एक बेटी है। गर्भवती होने पर उसकी मुलाकात प्रमिला और वंदना से हुई, जिन्होंने डिलीवरी का खर्च उठाया और आर्थिक मदद का वादा किया। बच्चे को पालने में असमर्थता जताने पर उन्होंने उसे बच्चा बेचने के लिए उकसाया।
लुटेरी दुल्हन’ गैंग से भी जुड़ाव की आशंका
पुलिस के अनुसार, यह गैंग आर्थिक रूप से कमजोर और संकटग्रस्त महिलाओं को निशाना बनाता है। रावजी बाजार पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या ये महिलाएं ‘लुटेरी दुल्हन’ जैसी गतिविधियों में शामिल हैं। पुलिस हिरासत में ली गई महिलाओं से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं और भी बच्चों की खरीद-फरोख्त तो नहीं हुई।