Sehore Conversion News: सीहोर जिले के बरखेड़ी गांव में इलाज और मुफ्त दवाइयों के बहाने ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है। विरोध करने पर आरोपियों ने धमकी दी। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की है। इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
Sehore Conversion News: सीहोर जिले में धर्मांतरण का एक नया मामला सामने आया है। जिला मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर ग्राम बरखेड़ी में इलाज और मुफ्त दवाओं के बहाने ईसाई धर्म अपनाने का दबाव डाला जा रहा था। दो महीने पहले हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में हुए हंगामे के बाद यह दूसरी घटना है, जिसने इलाके में सनसनी मचा दी है।
प्रार्थना सभा में बीमारी ठीक करने का वादा
कोतवाली पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, पीड़ित सुरेश बारेला और वनेसिंह विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपी महेश अपने साथियों गोपाल वारेला और प्यार सिंह बारेला के साथ पिछले 15 दिनों से उनसे संपर्क में था। आरोपियों ने दावा किया कि प्रार्थना सभा में आने से बीमारियां ठीक हो जाएंगी, मुफ्त दवाएं मिलेंगी और आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
बुधवार रात सभा में खुला दबाव
बुधवार रात करीब 8 बजे वनेसिंह के घर पर आयोजित सभा में आरोपी पहुंचे और धर्म परिवर्तन का सीधा दबाव बनाने लगे। उन्होंने कहा, “ईसाई धर्म अपनाओ, तभी तकलीफें दूर होंगी, वरना ईश्वर दंड देगा।” विरोध जताने पर तीनों ने अपशब्द कहे और जान से मारने की धमकी दी। गांव के अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे और गवाह बने।
MP धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत दर्ज हुई FIR
पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने महेश, गोपाल वारेला और प्यार सिंह बारेला के खिलाफ IPC की संबंधित धाराओं के साथ मध्यप्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत FIR दर्ज की। जांच उपनिरीक्षक श्याम कुमार अहिरवार को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि सबूत मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी।
ग्रामीणों में फैला आक्रोश
घटना के बाद बरखेड़ी में लोगों में गुस्सा है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने इसे गरीबों का शोषण बताया और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है धर्म विश्वास की बात है, लालच या धमकी की नहीं।

