यूपी के बदायूं में हुई बच्चों की हत्या के मामले में दूसरे आरोपी जावेद को बरेली से पकड़ा गया है. वह घटना के बाद से ही फरार चल रहा था. पकड़े जाने के पर उसने कहा कि बदायूं में घटनास्थल पर बहुत भीड़ थी, जिसे देखकर मैं दिल्ली चला आया था. यहां से खुद को सरेंडर करने बरेली आया हूं. मुझे पुलिस के हवाले कर दो. मां कसम मैं निर्दोष हूं.
यूपी के बदायूं में घर में घुसकर दो बच्चों की हत्या के मामले में दूसरे आरोपी जावेद को बरेली से गिरफ्तार कर लिया गया है. जावेद को एक ऑटो में कुछ लोगों ने पहचान लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी. इसके बाद आरोपी ने कहा कि उसे पुलिस के हवाले कर दिया जाए, वह निर्दोष है. इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. बदायूं पुलिस को जावेद की तलाश थी. घटना के बाद से ही वह फरार चल रहा था. उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था. जावेद ने पूछताछ के दौरान बताया कि घटना के बाद वहां बहुत भीड़ थी. मैं सीधा दिल्ली भाग गया था. अपने आप को सरेंडर करने के लिए बरेली आया हूं. उसने कहा कि इस दौरान मेरे पास कई फोन आए कि तुम्हारे भाई ने कांड किया है. मैंने फोन ऑफ़ कर दिया था. मैं बहुत शरीफ आदमी हूं. साजिद मेरा बड़ा भाई है, उसी ने ये सब किया है. इसमें मेरा कोई हाथ नहीं है.
घटना पर जावेद ने दिया अपना बयान
दूसरे आरोपी जावेद ने कहा कि मेरा नाम मोहम्मद जावेद है. मेरा जिला बदायूं है. मुझे पुलिस के हवाले करवा दो, क्योंकि मैं बिल्कुल निर्दोष हूं. जिस घर में मर्डर हुआ है, वहां उन लोगों से बहुत अच्छे ताल्लुकात थे. लेकिन मुझे यही नहीं पता चला कि क्या हुआ है.
19 मार्च की देर शाम बदायूं में हुई थी घटना
सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मंगलवार 19 मार्च की देर शाम साजिद अपनी दुकान के सामने वाले विनोद सिंह के घर पहुंचा था. इस दौरान विनोद घर में नहीं थे. साजिद ने उनकी पत्नी संगीता से पांच हजार रुपए यह कहकर मांगे थे कि उसकी पत्नी प्रेग्नेंट है, उसकी तबियत ठीक नहीं है. इसके बाद संगीता ने पीटीआई से फोन पर बात करने के बाद उसे रुपए दे दिए. फिर साजिद घर की छत पर गया, जहां संगीता के दोनों बच्चे 13 वर्षीय आयुष और 6 वर्षीय आहान थे. साजिद ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिसमें दोनों बच्चों की मौत हो गई. इस घटना के बाद साजिद एनकाउंटर में मारा गया.
संगीता ने कहा अभी इंसाफ नहीं मिला है
इस घटना के बाद बच्चों की मां संगीता ने कहा कि अभी इंसाफ नहीं मिला है. दूसरे आरोपी जावेद का एनकाउंटर नहीं होना चाहिए। संगीता ने मीडिया से बाद करते हुए पुलिस से अपील की थी कि साजिद के भाई जावेद का एनकाउंटर न करे, क्योंकि अब वही एक ऐसा शख्स है, जो बता सकता है कि साजिद ने बच्चों की हत्या क्यों की. इस दौरान संगीता ने बताया कि साजिद उसे भी मार डालना चाहता था. जब वो बच्चों की चीख के बाद छत पर गई तो साजिद चिल्लाने लगा था-आजा, आजा. संगीता ने बताया था कि साजिद ने बच्चों की गर्दन ही अलग कर दी थी. हम देख नहीं पाए. बच्चों ने छूटने की कोशिश की, लेकिन उसने नहीं छोड़ा। उसने बहुत बार चाक़ू से मारा। पूरी छत पर तड़पा-तड़पाकर मारा। वो भी छत बंद करके। उसके बाद वो मुझे भी मारने के लिए दौड़ा। संगीता ने कहा था कि जावेद से पूछताछ की जाए की आखिर साजिद ने हमारे बच्चों के साथ ऐसा क्यों किया, उससे पूछा जाए. क्या दुश्मनी है या उससे किसी ने करवाया है या वो हमारे खिलाफ था. हमारे बच्चे उसी से बाल कटवाते थे. उसका सैलून हमारे घर के ही सामने था. बच्चे उसे भैयाजी कहते थे.