SCO समिट 2025: पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच क्या बात हुई?

SCO Summit 2025: What happened between PM Modi and Xi Jinping: 31 अगस्त 2025 को चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit) समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के बीच द्विपक्षीय (Narendra Modi Xi Jinping Meeting Conclusion) मुलाकात हुई। यह मुलाकात 2020 के गलवान घाटी टकराव (Galwan Valley Clash) के बाद दोनों नेताओं की दूसरी औपचारिक बैठक थी, जो भारत-चीन संबंधों में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

इस मुलाकात में सीमा पर शांति, व्यापार और निवेश, कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra), और डायरेक्ट उड़ानों की बहाली पर सहमति बनी। दोनों नेताओं ने भारत-चीन संबंधों को आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर आगे बढ़ाने पर जोर दिया। यह मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) द्वारा भारत पर 50% और चीन पर 30% टैरिफ लगाए जाने के बीच वैश्विक व्यापार तनाव के संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण हो गई।

मोदी जिनपिंग के बीच क्या समझौते हुए

Modi Jinping Meeting Brief Hindi: मोदी और जिनपिंग ने भारत-चीन संबंधों को स्थिर और सकारात्मक दिशा देने पर चर्चा की। जिनपिंग ने इसे “ऐतिहासिक जिम्मेदारी” करार देते हुए कहा कि दोनों देशों को सीमा विवाद को जल्द सुलझाने के लिए काम करना चाहिए। दोनों नेताओं ने LAC पर शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई। 2024 के कजान समझौते के बाद LAC पर गश्ती और सैनिकों की वापसी को लागू करने पर जोर दिया गया। पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर शांति और स्थिरता ने दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ाया है।

  • दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश को बढ़ाने पर सहमति जताई। भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2024 में $130 बिलियन था, जिसमें भारत का व्यापार घाटा $85 बिलियन रहा।डायरेक्ट उड़ानों की बहाली पर सहमति बनी, जो 2020 के बाद से बंद थीं। यह व्यापार और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देगा।
  • तीन हिमालयी सीमा चौकियों (Himalayan Border Crossings) पर सीमा व्यापार (India China Border Trade) को फिर से शुरू करने पर चर्चा हुई।
  • कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने पर सहमति बनी, जो 2020 के बाद से रुकी हुई थी। पीएम मोदी ने इसे सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का एक कदम बताया। जिनपिंग ने इसे दोनों देशों की सभ्यतागत विरासत का हिस्सा माना।
  • पीएम मोदी ने आतंकवाद, विशेष रूप से सीमा-पार आतंकवाद (Cross-Border Terrorism), पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने 2024 के पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) का जिक्र किया, जिसमें 2 सैनिक और 3 नागरिक मारे गए थे, और SCO से इसकी स्पष्ट निंदा करने की मांग की।

जिनपिंग से मोदी क्या बोले

What did PM Modi say after meeting Jinping:

पीएम मोदी ने कहा- “हमने कजान में बहुत उपयोगी चर्चा की थी, जिसने भारत-चीन संबंधों को सकारात्मक दिशा दी। सीमा पर शांति और स्थिरता ने विश्वास का माहौल बनाया है. हमारी सहमति है कि भारत-चीन संबंध आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता (Vishwas, Samman aur Samvedanshilta) पर आधारित होने चाहिए।

2.8 अरब लोगों के हित इससे जुड़े हैं, जो मानवता के लिए जरूरी है. “हम बहुपक्षीय विश्व व्यवस्था और शांति व समृद्धि के लिए मिलकर काम करेंगे। मैं चीन की सफल SCO अध्यक्षता के लिए बधाई देता हूं। कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली और डायरेक्ट उड़ानें हमारे सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करेंगी

जिनपिंग पीएम मोदी से क्या बोले

What did Jinping say to PM Modi:

चीनी राष्ट्रपति ने कहा- मुझे आपसे फिर से मिलकर खुशी हो रही है, श्रीमान प्रधानमंत्री। मैं SCO समिट के लिए आपका स्वागत करता हूं। “यह वर्ष भारत-चीन राजनयिक संबंधों (Diplomatic Relations) की 75वीं वर्षगांठ है। हम विश्व की दो सबसे बड़ी सभ्यताएं और जनसंख्या वाले देश हैं। हमें मित्र, अच्छे पड़ोसी बनना चाहिए, और ड्रैगन व हाथी को एक साथ आना चाहिए। “विश्व परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है। भारत और चीन को ऐतिहासिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए और एक बहुपक्षीय विश्व व्यवस्था के लिए काम करना चाहिए। सीमा विवाद को जल्द सुलझाने और आपसी सहयोग को बढ़ाने की जरूरत है

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