SCO Summit 2024 Pakistan: शंघाई सहयोग संगठन ( एससीओ ) का शुभारंभ हो चूका है इस साल का (SCO Summit ) पाकिस्तान होस्ट कर रहा हैं। इस समिट में सभी शामिल होने वाले देश के मंत्री पकिस्तान के धर्ती पर पहुँच चुके है। इस वर्ष के (एससीओ) में चीन के प्रीमियर ली कचीयांग,रूस के प्रधान मंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ,ईरान के उप राष्ट्रपति मोहम्मद मोख़बर देज़फुली और भारत के विदेश मंत्री एस जय शंकर शामिल हुए।
विदेश मंत्री एस जय शंकर पाकिस्तान में मंगलवार को पहुँचे थे। उहोंने इस समिट को संम्बोधित करते हुए कहा की आतंकवाद और कट्टरवाद से सभी देशो को सुरक्षित रखना है। उन्होने भारत की संम्प्रभुता क्षेत्रीय अखण्डन का मामला पाकिस्तान के (एससीओ) में रखा। भारत की ओर से जय शंकर ने भारत की क्षेत्रीय सुरक्षा ,आर्थिक सहयोग की बात की। उन्होंने आगे कहा की पाकिस्तान और चीन के बीच जो चीन पकिस्तान इकनोमिक कॉरिडोर China-Pakistan Economic Corridor (CPEC) बन रहा हैं वह भारत की क्षेत्रीय अखण्डन का मुद्दा है। इस्लामावाद में जो सम्मेलन हुआ उसको संम्बोधित करते हुए एस जय शंकर ने ट्वीट करते हुए लिखा।
एससीओ शासनाध्यक्षों की परिषद की एक सार्थक बैठक आज इस्लामाबाद में संपन्न हुई।
आठ परिणाम दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। भारत ने विचार-विमर्श में सकारात्मक और रचनात्मक योगदान दिया।
भारतीय परिप्रेक्ष्य से 8 प्रमुख निष्कर्ष:
➡️ एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के विचार पर संवाद विकसित करना।
➡️ एससीओ स्टार्टअप फोरम, स्टार्टअप और इनोवेशन और पारंपरिक चिकित्सा पर एसडब्ल्यूजी जैसी पहलों के परिणामों का एससीओ सदस्यों द्वारा स्वागत किया गया।
➡️ डीपीआई और डिजिटल समावेशन एससीओ सहयोग ढांचे का हिस्सा बन रहा है।
➡️ एससीओ यूएनएसडीजी हासिल करने के लिए मिशन लाइफ से प्रेरणा ले रहा है।
➡️ बाजरा जैसे जलवायु-लचीले और पौष्टिक अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने के माध्यम से वैश्विक खाद्य सुरक्षा और पोषण को बढ़ाना।
➡️ अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और एससीओ चार्टर के लक्ष्यों और सिद्धांतों के अनुसार निष्पक्ष और संतुलित कनेक्टिविटी परियोजनाओं को कायम रखना।
➡️ डब्ल्यूटीओ को मूल में रखते हुए नियम-आधारित, गैर-भेदभावपूर्ण, खुले, निष्पक्ष, समावेशी और पारदर्शी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली पर फिर से जोर देना।
➡️ संरक्षणवादी कार्रवाइयों, एकतरफा प्रतिबंधों और व्यापार प्रतिबंधों का विरोध करना जो बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को कमजोर करते हैं और वैश्विक सतत विकास में बाधा डालते हैं।
एससीओ सीएच का अधिग्रहण होने पर भारत रूस को अपनी शुभकामनाएं देता है