रीवा। पानी कितना महत्वपूर्ण है। हमारे दैनिक जीवन पानी का कितना उपयोग है। इसे किस तरह से बचाया जा सकता है। कुछ ऐसे ही सवालों को सुलझाने के लिए स्कूली बच्चों के लिए वाटर ऑडिट गतिविधि का सफल आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिए और पानी की एक जरूरत को बारीकी से समझे है। दरअसल नगर परिषद मनगवां में मध्यप्रदेश अर्बन सर्विसेज इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट दृएडिशनल फाइनेंसिंग के अंतर्गत शासकीय माध्यमिक विद्यालय में वाटर ऑडिट गतिविधि का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग सौ छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का यह था उद्देश्य
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को जल संरक्षण की महत्ता से अवगत कराना एवं नगर में संचालित जलावर्धन योजना की कार्यप्रणाली व उपयोगिता के बारे में जागरूक करना था। उन्हे यह बताना था कि क्षेत्र में जल संवर्धन के लिए किस तरह की व्यवस्था है और इनका उपयोग किस तरह से किया जा सकता है।
छात्रों ने लिया इस तरह का ज्ञान
इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को जल के उपयोग की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया सिखाई गई। बच्चों को दैनिक जीवन में जल की बचत के बारे में बताया गया। वाटर ऑडिट की प्रक्रिया को विजुअल प्रेजेंटेशन एवं प्रैक्टिकल उदाहरणों के माध्यम से अत्यंत सरल एवं रोचक ढंग से समझाया गया, जिससे विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को गहराई मिली।
विद्यार्थियों ने किया सवाल
छात्रों ने जल कनेक्शन, जल गुणवत्ता, पाइपलाइन व्यवस्था तथा जल के स्रोतों से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे, जिनके उत्तर विशेषज्ञों द्वारा प्रदान किए गए। बच्चों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें प्रशंसा प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरित किए गए। इस संवाद से न केवल छात्रों में जल संरक्षण के प्रति चेतना विकसित हुई, बल्कि उन्होंने अपने परिवार एवं समुदाय को भी इस दिशा में जागरूक करने का संकल्प लिया। इस आयोजन का समन्वय सीडीओ श्री शैलेश कुमार तिवारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सब इंजीनियर, फील्ड इंजीनियर, सोशल सेफगार्ड प्रोफेशनल, संविदाकार प्रतिनिधि एवं ईएचएस पर्यवेक्षक का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।